ब्यूटी और ग्रेस की सबसे बेहतरीन उदाहरण रेखा ने बॉलीवुड में कई फिल्में दी। उनकी जोड़ी अमिताभ बच्चन के साथ खूब पसंद की गई। जब वो अपने करियर के पीक पर थीं तब उन्होंने लगभग हर बड़े हीरो के साथ काम किया लेकिन इस दौरान दिलीप कुमार के साथ काम करने का उनका सपना अधूरा रह गया। रेखा दिलीप कुमार को बहुत पसंद करती थीं और उनके साथ फिल्म करना चाहती थीं।

उन्होंने कई इंटरव्यूज में इस बात का जिक्र किया है कि वो उस ज़माने के दिलीप कुमार के साथ फिल्म करना चाहती थीं लेकिन उन्हें कोई फिल्म उनके साथ नहीं मिली। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि काश! एक छोटी मोटी फिल्म ही सही, लेकिन मैं दिलीप कुमार जी के साथ काम कर पातीं। हालांकि बाद के वर्षों में रेखा ने दिलीप कुमार के साथ फिल्म किला में काम किया था।

वैसे रेखा फिल्मों में काम नहीं करना चाहती थीं बल्कि वो एक एयरहोस्टेस बनना चाहती थीं। वो अब भी कहती हैं कि अगर उन्हें दूसरा जन्म मिले तो वो एक्टर नहीं बल्कि एक एयर होस्टेस बनना चाहेंगी।

रेखा ने एक इंटरव्यू में बताया था, ‘इंडस्ट्री में आना मेरी मर्जी बिलकुल भी नहीं थी, लेकिन मैं इस बात से खुश हूं कि मैं यहां आई। मुझे लगता है कि इंडस्ट्री में मेरा आना काफी काम आया। फिल्म खून भरी मांग के दौरान मुझे यह महसूस हुआ कि मैं केवल एक्ट्रेस ही बन सकती हूं, इसके अलावा कुछ नहीं बन सकती।’

 

रेखा ने अपनी पहली फिल्म मिलने की कहानी बीबीसी को दिए एक साक्षात्कार में बताई थी। उन्होंने कहा था कि कुलजीत पाल और सत्यजीत पाल एक फिल्म बनाने वाले थे और इसके लिए एक नई अभिनेत्री की तलाश कर रहे थे। जब उन्हें रेखा के बारे में पता चला तो वो उनसे मिलने मुंबई से मद्रास आ गए थे। रेखा ने उन्हें कहा था कि वो हिंदी नहीं जानती और न ही वो हिंदी फिल्मों में काम करना चाहती हैं। बावजूद इसके रेखा को फिल्म के लिए साइन कर लिया गया था।

 

रेखा की पहली फिल्म सावन भादो थी जो साल 1970 में रिलीज हुई। रेखा को उमराव जान, खूबसूरत, खून भरी मांग आदि फिल्मों के लिए फिल्म समीक्षकों की प्रशंसा के साथ-साथ कई अवॉर्ड्स भी मिले।