बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस रेखा ने अपनी फिल्मों और अपने अंदाज से हिंदी सिनेमा में जबरदस्त पहचान बनाई है। रेखा ने एक चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर ही फिल्मों में कदम रख दिया था। हालांकि एक्ट्रेस कभी भी फिल्मों में अपनी पहचान नहीं बनाना चाहती थीं। लेकिन रेखा को एक्टिंग की दुनिया में उनकी मां लेकर आईं। इतना ही नहीं, अपनी बेटी को फिल्मों में लाने के लिए उन्होंने झूठ तक बोला था। इस बात का खुलासा खुद रेखा ने सिमी गरेवाल के चैट शो में किया था। रेखा ने इंटरव्यू में बताया था कि मैं उनके जाल में फंस गई थी।
रेखा ने सिमी गरेवाल के शो में घर की आर्थिक स्थिति का जिक्र करते हुए कहा था, “आर्थिक स्थिति के कारण मुझे यह जिम्मेदारी लेनी पड़ी थी। इसके कारण ही मुझे एक्ट्रेस बनना पड़ा था। घर में परिस्थितियां काफी खराब हो रही थीं, पैसों की कमी थी क्योंकि छह बच्चों को पालना, उनकी पढ़ाई और रहने-सहने का खर्च देखना था।”
रेखा ने इस बारे में बात करते हुए आगे कहा, “ऐसे में मेरी मां ने कहा कि तुम्हें फिल्म करनी ही पड़ेगी। लेकिन मैंने भी मां से कह दिया था कि मैं केवल एक ही फिल्म करूंगी और वह थी ‘अंजाना सफर।’ क्योंकि मुझे विदेश में घूमना पसंद था, ऐसे में मां ने मुझसे कहा था आप एयरहोस्टेस इसलिए ही बनना चाहती हो, ताकि आपको विदेश जाने का मौका मिले।”
रेखा ने मां से जुड़े किस्से को साझा करते हुए आगे कहा, “मां ने कहा था कि अगर आपने यह फिल्म की तो आपको दक्षिण अफ्रीका जाने का मौका मिलेगा और आपको तो जानवरों से भी प्यार है, जिससे आप वहां जानवरों को भी देख पाओगे। तो कुछ इस तरह से उन्होंने मुझे उल्लू बनाया और मैं भी उनके जाल में फंस गई।” बता दें कि फिल्मों में काम करने के लिए रेखा ने 13 साल की उम्र में ही स्कूल छोड़ दिया था और उस वक्त वह 9वीं कक्षा में थीं।
अपने एक इंटरव्यू में रेखा ने बॉलीवुड करियर को लेकर कहा था, “मैं हमेशा से ही एक एयरहोस्टेस बनना चाहती थी, क्योंकि मुझे उड़ना पसंद है।” रेखा ने बीबीसी को दिए इंटरव्यू में बताया था कि छह से सात सालों तक तो उन्हें अपनी कोई भी फिल्म ही पसंद नहीं आई थी। ‘उमराव जान‘ के लिए मिले नेशनल अवॉर्ड पर भी रेखा ने कहा था कि मैं इसके लायक नहीं हूं।