रेखा जब मुंबई पहुंचीं तो लंबे समय तक उनका ठिकाना अजंता होटल था। वो यहीं से डायरेक्टर-प्रोड्यूसर्स के दफ्तरों के चक्कर काटतीं और फिल्मों की शूटिंग के लिए जातीं। धीरे- धीरे इंडस्ट्री में उनके पैर जमने लगे और 1972 के आसपास उन्होंने मुंबई में अपना खुद का फ्लैट ले लिया। यह फ्लैट जुहू के बीच अपार्टमेंट में था।
इसी बिल्डिंग में अभिनेत्री जया भादुड़ी भी रहा करती थीं, जिन्होंने लगभग रेखा के साथ ही अपने करियर की शुरुआत की थी। लेकिन फर्क यह था कि जया की गिनती तब तक इंडस्ट्री की गंभीर एक्ट्रेस में होने लगी थी। एक ऐसी एक्ट्रेस जो हर तरह के रोल में फिट बैठी है। जबकि रेखा के बारे में कहा जाता था कि वो अभिनय को सीरियसली नहीं लेती हैं। यह कहते हुए उनके अतीत को जोड़ दिया जाता था।
जया के घर अमिताभ से पहली बार मिलीं रेखा: बीच अपार्टमेंट में जया और रेखा के बीच नजदीकियां बढ़ीं। दोनों की अक्सर मुलाकातें होती थीं। रेखा जया को ‘दीदीबाई’ कहकर बुलातीं और अक्सर उनके फ्लैट में समय बिताती थीं। जया को खबर थी कि रेखा को लेकर इंडस्ट्री में किस तरह की बातें हो रही हैं और वह रेखा को सलाह भी देती थीं। जया के फ्लैट में ही पहली बार रेखा की मुलाकात उनके बॉयफ्रेंड अमिताभ बच्चन से हुई।
अमिताभ के लिए सिफारिश करतीं जया: अमिताभ ने साल 1969 में आई अहमद अब्बास की फिल्म सात हिंदुस्तानी से अपना करियर शुरू किया था। यह फिल्म बुरी तरह पिट गई थी। इसके बाद भी उन्होंने कई फिल्मों में अभिनय किया लेकिन वह चल नहीं सकीं। डायरेक्टर-प्रोड्यूसर्स को लगने लगा था कि अमिताभ का कोई भविष्य नहीं है। अमिताभ के संघर्ष के इस दौर में जया उनके साथ एक मजबूत चट्टान की तरह खड़ी रहीं। चूंकि उस वक्त जया अमिताभ से बड़ी स्टार थीं, ऐसे में वे उनके लिए सिफारिश भी करती थीं।
1973 में ही अमिताभ और जया की फिल्म जंजीर रिलीज हुई और इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कमाल कर दिया। कई फ्लॉप फिल्मों के बाद अमिताभ ने वापसी की और एंग्री यंग मैन के रूप में छा गए। इस फिल्म की सफलता के बाद जया और अमिताभ ने शादी का फैसला कर लिया। 3 जून 1973 को दोनों ने शादी कर ली।
‘हर ऐरे-गैरे को देती हैं सलाह’: हालांकि जया ने अपनी पड़ोसी रेखा को शादी में बुलाया तक नहीं। रेखा को यह बात चुभ गई। रेखा की जीवनी ‘रेखा: कैसी पहेली जिंदगानी’ में वरिष्ठ पत्रकार और लेखक यासिर उस्मान लिखते हैं कि एक इंटरव्यू में जब रेखा से इस बात को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि एक वक्त था जब मैं जया को अपनी बहन मानती थी। मैं सोचती थी कि वह सच्ची हैं, क्योंकि बड़े गंभीरता से बात करती थीं और मुझे बड़े स्नेह से सलाह देती थीं, लेकिन अब मुझे लगता है कि वह हर ऐरे गैरे को सलाह देती रहती हैं।
‘वो हावी होना चाहती हैं’: रेखा ने आगे कहा था, वो (जया) सब पर हावी होना चाहती हैं, वह भी तब तक, जब तक उन्हें अपना फायदा दिख रहा हो। रेखा ने तंज कसते हुए कहा था ‘उनके दोस्ताना बर्ताव और प्यार भरी बातों के बावजूद मुझे उन्होंने अपनी शादी में बुलाने की जरूरत तक नहीं समझी, जबकि मेरा घर उसी बिल्डिंग में था…।’

