रवि किशन को पहली बार स्टारडम और सफलता 1990 के दशक में भोजपुरी फिल्मों में काम करने के बाद ही मिली। उनकी सफलता इतनी बड़ी थी कि उनमें घमंड आ गया था और ये बात उन्होंने खुद स्वीकार की थी। लेकिन, इसके तुरंत बाद, जिंदगी ने उन्हें फिर से पटरी पर ला दिया। हाल ही में एक इंटरव्यू में, रवि ने बताया कि 2000 के दशक की शुरुआत में, उनकी हर फिल्म सिल्वर जुबली हिट बन रही थी, यानी वो कम से कम 25 हफ्तों तक सिनेमाघरों में चलती थी। उन्होंने माना कि अपनी सफलता के कारण उनका बर्ताव थोड़ा खराब हो गया था और इसलिए उनकी पत्नी ने उन्हें ‘बिग बॉस’ के लिए साइन अप करने के लिए कहा।
राज शमानी के साथ बातचीत में रवि किशन ने कहा, “मैं थोड़ा पागल हो गया था। मेरी सभी फिल्में सिल्वर जुबली थीं। अब फिल्में कुछ हफ्तों के लिए सिनेमाघरों में आती हैं, लेकिन उस समय मेरी सभी फिल्में 25 हफ्तों तक सिनेमाघरों में रहती थीं। तो थोड़ा पागल होना लाजमी है।” उन्होंने आगे कहा, “हमको लगता था काट ले किसी को।” रवि ने बताया कि उन्होंने बहुत संघर्ष के बाद ये मुकाम हासिल किया था, लेकिन उनकी पत्नी को लगा कि वो हद से ज्यादा कर रहे हैं। इसके बारे में रवि किशन ने कहा, “और उस समय, मेरी पत्नी ने मुझे तीन महीने के लिए ‘बिग बॉस’ में भेज दिया और मुझे अंदर बंद कर दिया।”
जब उनसे पूछा गया कि बाद में ऐसा क्या हुआ कि वो एक विनम्र इंसान बन गए। इस सवाल पर उन्होंने कहा, “मुझे जिंदगी में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। मेरे पिता का देहांत हो गया। मेरे दो बड़े भाई कम उम्र में ही चल बसे। उसके बाद मेरा सारा रवैया, मेरा अहंकार चला गया। पापा चले गए, तेवर चला गया। वे मेरा गौरव थे, मेरा अभिमान चला गया।”
ये है रवि किशन का सबसे बड़ा डर
रवि से उनकी सबसे बड़ी इनसिक्योरिटी के बारे में पूछा गया और उन्होंने अपनी पत्नी प्रीति को खोने के डर के बारे में बताया। उन्होंने कहा, “मैं अपनी पत्नी प्रीति से बहुत प्यार करता हूं। मैं बस भगवान से प्रार्थना करता हूं कि वो कभी बीमार न पड़े। मैं उसे बूढ़ा होते नहीं देखना चाहता, लेकिन मुझे पता है कि वो बूढ़ी हो जाएगी। मुझे पता है कि एक दिन वो मर जाएगी। या तो वो पहले मरेगी या मैं, ये भी मुझे पता है। मुझे पता है कि ये सब होगा।”
उन्होंने कहा कि जब भी वो खुद को किसी विवाद में फंसा पाते हैं, तो सबसे पहले अपनी पत्नी को ही बुलाते हैं। अपने परिवार को अपनी “ताकत” बताते हुए, रवि ने बताया कि सिनेमा में अपने करियर, अपनी भूमिकाओं या किसी भी अन्य समस्या के मामले में, वो ही उनके मार्गदर्शक होते हैं। उन्होंने कहा, “मेरे चार बच्चे, मेरी पत्नी और मैं, ये मेरे रक्षक हैं। मैं बस उनकी बात सुनता हूं और अपने सारे फैसले खुद लेता हूं क्योंकि इस तरह के विवाद तो होते ही रहेंगे। आप इसमें ज़्यादा कुछ नहीं कर सकते।”
रवि किशन ने इस इंटरव्यू में कई सारी बातें की। उन्होंने पीएम मोदी के साथ अपनी मुलाकात के बारे में भी बताया और ये भी बताया कि जब वो उनके पैर छूने लगे तो क्या हुआ। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…