बॉलिवुड एक्ट्रेस रवीना टंडन ने आतंकी हमले पर उदारवादी लोगों की ओर से चुप्पी साध लेने पर उनके खिलाफ जमकर निशाना साधा है। रवीना ने अपने ट्वीट में लिखा- सहिष्णुता की कमी पर कांव-कांव करने वाले लिबरल अक्सर आतंकियों का बचाव करते नजर आते हैं। अगले ट्वीट में रवीना ने लिखा- मीडिया जो आतंकवादियों की हत्याओं का रोमांसीकरण करता है, कश्मीरी पंडितों को महत्व देने का नहीं सोचा। उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों को उनके खुद के नेताओं द्वारा धोखा दिया गया है।
अलगावादियों पर निशाना साधते हुए रवीना ने अपने ट्वीट में लिखा- कश्मीर के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी और उनकी कंपनी के लोगों के हाइपर ड्रामा को विश्व स्तर पर ले जाया जाता है और कश्मीरी पंडितों को आतंकवादियों के तुष्टीकरण के लिए एक तरफ धकेल दिया जाता है। कश्मीर पंडितों पर हुए अत्याचारों को लेकर फिल्म अभिनेत्री ने कहा कि पैलेट गन से घायल हुए लोगों की तस्वीरें पूरे विश्व में फैलाई गई, कश्मीरी पंडितों की हत्याओं और बलात्कार की तस्वीरें संयुक्त राष्ट्र के मुंह पर नहीं मारी गई। गौरतलब है कि हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहानी वानी के मारे जाने के बाद घाटी में हिंसक भीड़ को काबू करने के लिए सुरक्षाबलों को पैलेट गन का इस्तेमाल करना पड़ा, जिसमें कई लोग घायल हुए थे। जिसके बाद पाकिस्तान की ओर से इसे मानवाधिकार उल्लंघन का मुद्दा बनाकर संयुक्त राष्ट्र के सामने उठाया गया था।
@CK_Gupta same liberals who quack about"lack of tolerance in d land of Gandhi"also always seem to back these armed terrorists
— Raveena Tandon (@TandonRaveena) October 3, 2016
media who romanticises killings of terrorists didn't think of giving ethnic cleansing of Kashmiri Pandits any importance
— Raveena Tandon (@TandonRaveena) October 3, 2016
While the hyper drama of others geelani &co took centre stage globally,the Kashmiri Pandits were pushed aside for appeasement of terrorists. https://t.co/P49k2q5sFH
— Raveena Tandon (@TandonRaveena) October 3, 2016
pictures of "pellet guns" were splashed globally,pictures of massacred raped butchered Kashmiri Pandits should have been rubbed in UN s Face https://t.co/P49k2q5sFH
— Raveena Tandon (@TandonRaveena) October 3, 2016
इससे पहले बॉलिवुड एक्ट्रेस ने भारत की ओर से पीओके में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक का समर्थन किया था। गौरतलब है कि 18 सितंबर को जम्मू-कश्मीर के उरी में सेना मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले में कुल 20 जवान शहीद हुए। बुधवार देर रात (28-29 सितंबर) भारत की ओर से आतंकी हमले का बदलना लेने के लिए पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक करके आतंकियों को सफाया किया गया। भारतीय सेना ने बुधवार देर रात पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में घुसकर आतंकियों के लॉन्च पैड तबाह कर दिए। स्पेशल फोर्सेज के कमांडो ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देते हुए PoK में आतंकियों के 7 कैंप तबाह कर दिए। करीब 4 घंटे चले इस ऑपरेशन में 38 आतंकी मारे गए थे। आतंकियों को बचाने के चक्कर में इस स्ट्राइक में 2 पाकिस्तानी सैनिक भी मारे गए।