बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन का मानना है कि सेलिब्रिटी होना कोई आसान काम नहीं है। 41 साल की अभिनेत्री ने 1991 में बॉलीवुड कॅरियर की शरुआत की थी। एक वक्त में बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस रहीं रवीना कहती हैं कि हिंदी सिनेमा में महिलाओं को दिखाने की प्रवृत्ति बदली है। उन्होंने कहा, ”1990 का दशक हिंदी सिनेमा में कई बदलाव लेकर आया। तब तक भारतीय सिनेमा की कई फिल्मों ने महिलाओं के बदलती भूमिका को दिखाना शुरू कर दिया था। उन्हीं में से एक शूल थी।” रवीन फिल्म निर्माता रवि टंडन की बेटी हैं जिन्होंने ऋषि-नीतू कपूर अभिनीत ‘खेल खेल में’ का निर्देशन किया था। रवीना के मुताबिक स्टार किड्स को इंडस्ट्री में आसानी से पहचान मिल जाती है जबकि गैर-फिल्मी बैकग्राउंड वालों को संघर्ष करना पड़ता है। हालांकि रवीना के मुताबिक स्टार किड्स पर खुद को साबित करने का उतना ही दबाव रहता है। उन्होंने कहा, ”आपके ऊपर जनता का दबाव होता है। और अगर आपकी फिल्म नहीं चली तो और बुरा। वे आपको और नीचा समझने लगते हैं क्योंकि वे सोचते हैं कि आपको सबकुछ एक चांदी के चम्मच में मिला है।”
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रवीना ने डिस्ट्रीब्यूटर अनिल थडानी से 2004 में शादी की थी। उनके दो बच्च्ो- बेटी राशा और बेटा रणबीर है। रवीना ने सिंगल मदर के तौर पर 1995 में पूजा और छाया को गोद ले रखा है। आईएएनएस से बातचीत में रवीना ने कहा- ”मैं शादी के बाद भी फिल्मों में काम करती रही। कहा जाता था कि शादी होते ही बॉलीवुड एक्ट्रेस का कॅरियर खत्म हो जाता है। हालांकि चीजें काफी हद तक बदल गई हैं।” रवीना आखिरी बार 2015 में अनुराग कश्यप की ‘बॉम्बे वेलवेट में नजर आई थी। उसके बाद से रवीना सिल्वर स्क्रीन से दूर हैं। फिलहाल रवीना फिल्म निर्माता ओनिर की ‘शब’ की तैयारी में लगी हैं। इसके अलावा वह अश्तार सैयद की ‘मातृ’ में भी नजर आएंगे जो महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर आधारित है। उन्होंने कहा, ”शब एक इमोशनल कहानी है जिसमें मैंने एक हाई सोसाइटी की औरत का रोल अदा किया है जो एक नौजवान के साथ रिश्ते में है।”
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