एकता कपूर को भारतीय टेलीविजन जगत की रानी कहा जाता है लेकिन अब उन्हें कड़ी टक्कर मिल रही है। रश्मि शर्मा टीवी जगत का नया सितारा बनकर उभरी हैं। वर्तमान में उनके प्रोडक्शन हाउस के सीरियल लोगों को लुभा रहे हैं। 35 वर्षीय रश्मि के धारावाहिक स्वरागिनी, ससुराल सिमर का, साथ निभाना साथिया, भाग्यलक्ष्मी, और तुम ऐसे ही रहना चल रहे हैं।
रश्मि का जन्म जयपुर में हुआ। उनके पिता प्रिंसीपल थे और मां गृहणी। उनका बचपन मुंबई में बीता, वहीं से उन्होंने कॉमर्स से ग्रेजुएशन किया। वे कहती हैं, ”मेरे सभी कैरेक्टर्स में थोड़ा बहुत मैं हूं। क्योंकि मैं जिंदगी से चीजों को लेती हूं। लेकिन हां, जो कुछ भी हमारे बीच समान होता है वह शो शुरू होने के बाद खत्म हो जाता है।”
कॉमर्स ग्रेजुएशन के बाद रश्मि ने एमबीए के लिए अप्लाई किया। उन्होंने बताया, ” मेरी जैसी लड़कियां फिर चाहें वो मजबूत या हठी हों लेकिन उनके के लिए भी परिवार की ओर से तय की सीमारेखाओं को तोड़ना आसान नहीं होता है। इसके कारण विचार यह था कि जो ऐसा करते हैं उन्हें प्रोत्साहित किया जाता था। लेकिन इस तरह के कंटेट के लिए दर्शक कम हैं।” उन्होंने आठ साल पहले रश्मि शर्मा टेलीफिल्मस लॉन्च किया था। टीवी पर दो चीजें उनकी देन है। पहला शाम सात बजे का स्लॉट और दूसरा धारावाहिकों में अतार्किक बातें दिखाना। इस बारे में उन्होंने बताया, ”दो साल पहले ससुराल सिमर का के जरिए हमने पहल बार ऐसा किया। तीन साल तक वह शो सही चला इसके बाद मंदा हो गया। हमें इसे संभालने के लिए कुछ नया करने की जरूरत थी।”
रश्मि को अपने पति के साथ बातचीत के दौरान सुपरनैचुरल प्लॉट का आइडिया आया। उन्होंने कहा, ”मैं जानती थी कि यह शो को या तो आगे ले जाएगा या डुबो जाएगा। डायन वाले ट्रेक ने कमाल कर दिया। इसके बाद हम पाताल भैरवी वाला प्लॉट लाए। इसके बाद हमने कुछ ऐसा किया जो कभी नहीं हुआ। सिमर का पाताल ले गए, इसे भी दर्शकों ने पसंद किया।” लेकिन महिला को मक्खी बना देने के विचान सबको चौंका दिया। इस बारे में उनका कहना है, ”फ्लाई है तो बज क्रिएट होगा ही।” अंधविश्वास और पीछे धकेलने वाली बातों के आरोप पर वह कहती हैं कि शो के लंबे प्रारूप में इन मिथकों को तोड़ा भी जाता है। उन्होंने कहा, ” हमने ऐसा कुछ नहीं किया जो भारतीय पौराणिक कहानियों में नहीं था। चाहे डायन हो या नागिन, ये सभी इसी देश की बातें हैं।”

