जिम्मी शेरगिल, आशुतोष राणा और लारा दत्ता स्टारर वेब सीरीज ‘रणनीति: बालाकोट एंड बियॉन्ड’ को 25 अप्रैल को ओटीटी प्लेटफॉर्म जियो सिनेमा से रिलीज किया जाएगा। इसमें बालाकोट और पुलवामा अटैक की इनसाइड स्टोरी को दिखाया गया है। इसका ट्रेलर पहले ही रिलीज हो चुका है, जिसमें कमाल के एक्शन सीन्स देखने के लिए मिले हैं। सीरीज में एयर स्टंट भी हैं, जो कि काफी कमाल के हैं। ऐसे में अब इसके डायरेक्टर संतोष सिंह ने जनसत्ता.कॉम के साथ खास बातचीत की और बताया कि कैसे एयर स्टंट को फिल्माया गया है साथ ही ये भी बताया कि इसके हवा में एक्शन सीन्स यूक्रेन और रूस के युद्ध के बीच शूट किए गए हैं। चलिए बताते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा।

‘रणनीति: बालाकोट एंड बियॉन्ड’ के डायरेक्टर संतोष सिंह ने कहानी को लेकर कहा, ‘इसमें आपको बालाकोट पर हमले की कहानी देखने के लिए मिलेगी कि कैसे आतंकियों ने रणनीति बनाकर हमला किया था और भारतीय सेना ने कैसे उनका किस रणनीति के साथ जवाब दिया था। ये सब देखने के लिए मिलेगा। इसमें बालाकोट की ही कहानी नहीं है। इसमें घटना की डिटेलिंग की गई है, जिसके बारे में लोग नहीं जानते होंगे। इस पूरी घटना के दौरान हुआ क्या था? इनके बारे में बताया गया है। घटना के पीछे की वजहे के बारे में वेब सीरीज में दिखाया गया है।’

आर्मी बेस्ड फिल्मों और सीरीज को कैसे बनाया जाता है?

संतोष ने आर्मी बेस्ड फिल्मों को बनाने को लेकर कहा, ‘ऐसी फिल्में बनाते समय काफी रिसर्च की जरूरत है। इसमें डिफेंस ऑफिसर्स के साथ कंसल्टेंट भी होते हैं ताकि किसी को ये ना लगे कि आर्मी इस तरह से बात नहीं करती या काम नहीं करती। फैक्चुअल मिस्टेक ना हो। स्क्रिप्ट लिखते समय भी ये लोग साथ में ही होते हैं। ये लोग शूटिंग के दौरान भी साथ ही रहते हैं। डिफेंस एक्सपर्ट की भी हेल्प लेते हैं ताकि ऑथेंटिकेशन बरकरार रहे।’ संतोष कहते हैं, ‘फिल्म कहानी लिख जाने के बाद इसमें डिफेंस से एनओसी की जरूरत होती है। पहले तो कहानी लिखने के बाद फिर फिल्म बनने के बाद जरूरत होती है।’

कैसे फिल्माए एयर स्टंट?

वेब सीरीज में एयर स्टंट को फिल्माए जाने को लेकर संतोष ने कहा, ‘ये बड़ा ही कॉम्प्लैक्स होता है। इसमें क्या किया जाता है कि इसमें हमने तीन चीजों में डिवाइड किया था कि लाइव एक्शन में क्या करेंगे। फाइटर प्लेन से शूट किया गया तो हमने इसे सर्बिया में एयरबेस पर जाकर शूट किया। सर्बिया के एयरबेस पर कुछ सीन्स को पायलट के साथ शूट किया गया था। दूसरा हम लोग ग्रीन स्क्रीन्स पर शूट करते हैं। इसमें क्या होता है कि हम पायलट को प्लेन बैठाते हैं और उनके क्लोजअप शॉट लेते हैं। एरियल कॉम्पैक्ट होते हैं, इसमें ग्राफिक्स का कमाल होता है। ऐसे में कंप्यूटर ग्राफिक्स से सीन को बनाते हैं। फिर ये सीन्स आपको स्क्रीन पर कंप्लीट तरीके से देखने के लिए मिलती है।’

ग्राफिक्स की मदद से शूट किया गया ये सीन

एयर स्टंट को फिल्माने की कठिनाइयों को लेकर संतोष ने कहा, ‘जब आप ऐसे सीन्स शूट करते हैं तो काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसमें बजट टाइट होता है। पहली समस्या फाइनेंसियल होती है। जब हमने पुलवामा ब्लास्ट सीन को शूट किया तो हमें CRPF बस की जरूरत थी। पहले हमें 79 बस का कन्वॉय मिलने वाला था लेकिन कश्मीर में सिक्योरिटी रिजन की वजह से नहीं मिल पाया। फिर हमने ग्राफिक्स की मदद से पूरा स्क्रैब से फिल्माया। इसमें हमें डेढ़ दो महीने लगे और फिर पहाड़ों पर इसे ले जाने में दो दिन लगे तो ऐसे में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।’

यूक्रेन और रूस के युद्ध के बीच शूट किया था एयर स्टंट

संतोष बताते हैं, ‘हमने यूक्रेन और रूस के युद्ध के बीच सर्बिया में एयर स्टंट वाला सीन फिल्माया था। इस दौरान काफी दिक्कतें हुई थीं। हम जब भी फिल्म का सीन शूट करने जाते थे तो पहले आस-पास के देशों को बता देते थे कि सीन की शूटिंग करने जा रहे हैं। फिर समय का काफी ख्याल रखना पड़ता था कि समय से प्लेन टेक ऑफ और लैंड हो जाए। हर किसी को बताया जाता था ताकि वो शूटिंग वाले प्लेन को ना शूट कर दें। इस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा है।’

कैसा रहा अनुभव?

‘रणनीति’ में लारा दत्ता, जिम्मी शेरगिल और आशुतोष राणा जैसे स्टार्स लीड रोल में हैं। ऐसे में उनके साथ काम करने के अनुभव को लेकर संतोष ने कहा, ‘जैसा कि सभी लोग जानते हैं कि ये बड़े स्टार्स हैं और पूरी तरह से अपने आपको शूटिंग के दौरान डायरेक्टर को खुद को सरेंडर कर देते थे। उनके साथ काम करने में मुझे तो बहुत मजा आया। उनकी डायलॉग डिलीवरी और एक्टिंग कमाल की रही। मैंने तो इन्जॉय किया। अच्छे एक्टर की निशानी यही है कि वो डायरेक्टर को खुद के हाथों सौंप देते हैं। बाकी सजेशन तो कोई भी दे सकता है। मुझे इन एक्टर्स के साथ तो नहीं देखने के लिए मिला था।’