बॉलीवुड के मशहूर एक्टर ऋषि कपूर के निधन को एक साल से ज्यादा का वक्त बीत चुका है। ऋषि कपूर को कैंसर था, जिसके इलाज के लिए एक्टर न्यूयॉर्क भी गए थे। नीतू कपूर के साथ उनके बेटे रणबीर कपूर ने भी अपने पिता की हर जरूरतों का बखूबी ख्याल रखा था। लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब ऋषि कपूर ने अपने बेटे रणबीर कपूर की फिल्में तक देखनी बंद कर दी थीं। सिमी गरेवाल को दिए इंटरव्यू में ऋषि कपूर ने बताया था कि उनके और उनके बेटे के बीच एक दीवार है, जिससे वह एक-दूसरे को महसूस नहीं कर पा रहे हैं।
सिमी गरेवाल के चैट शो पर ऋषि कपूर और नीतू कपूर साथ आए थे, जहां दोनों ने अपने बच्चों रिद्धिमा कपूर और रणबीर कपूर के बारे में भी खूब बातें कीं। नीतू कपूर ने इंटरव्यू में बताया कि रणबीर पिता का चेहरा देखकर उनसे बात नहीं करते थे। वह हमेशा ही अपना चेहरा नीचे झुकाकर ऋषि कपूर से बातें किया करते थे।
वहीं ऋषि कपूर ने अपने बेटे के बारे में बात करते हुए कहा था, “मैंने रणबीर की फिल्में तक देखनी बंद कर दी हैं, क्योंकि मैं बहुत आलोचनात्मक हूं। मैं आगे भी फिल्में नहीं देखुंगा, लेकिन कोशिश करुंगा और खामियां भी निकालुंगा।” इंटरव्यू में ऋषि कपूर ने अपने बेटे संग बॉन्डिंग पर बात करते हुए कहा था कि उनके बीच एक दीवार है।
रणबीर कपूर से अपने रिश्ते पर ऋषि कपूर ने कहा था, “हमारे बीच एक दीवार है, एक शीशा है हम दोनों में। हम देख रहे हैं, लेकिन एक-दूसरे को महसूस नहीं कर पा रहे हैं। क्योंकि मेरे अंदर एक डर है। मेरे अंदर मेरे पिता का डर था। मेरा मेरे पिता संग भी ऐसा ही रिश्ता था और मैं उन्हें सर कहकर बुलाता था।”
ऋषि कपूर ने इस बारे में बात करते हुए आगे कहा, “मैं अपने आप को एक हारा हुआ इंसान मानता हूं, लेकिन मुझे पता नहीं कि मैं वाकई में दूर चला गया हूं या नहीं। मैं ये चीजें जानबूझकर नहीं करता हूं। यह कुछ प्राकृतिक घटना जैसी ही चीज है।”
बता दें कि ऋषि कपूर के संस्मरण में रणबीर कपूर ने बताया था कि वह अपने पिता से ज्यादा अपनी मां के नजदीक थे। एक्टर ने इस बारे में लिखा था, “मैं कभी-कभी यह दुआ करता हूं कि मैं उनके ज्यादा नजदीक होता, उनके साथ वक्त बिता पाता और उनके साथ मेरा दोस्ताना व्यवहार भी होता।”