बीते कुछ समय से स्कूलों में ‘रामायण’ पढ़ाये जाने को लेकर बहस छिड़ी है। उच्च स्तरीय राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) पैनल ने कुछ महीनों पहले इस बात की सिफारिश भी की थी। अब रामानंद सागर की ‘रामायण’ में राम का किरदार निभाने वाले अभिनेता अरुण गोविल ने इसपर अपनी राय दी है। उन्होंने भी इसका समर्थन करते हुए कहा है कि स्कूलों के सिलेबस में ‘रामायण’ को जोड़ा जाना चाहिए।

अरुण गोविल ने न केवल रामायण को सिलेबस में जोड़ने का समर्थन किया, बल्कि इसके फायदे भी गिनवाए। एएनआई के साथ बात करते हुए अरुण गोविल ने कहा,”रामायण को हमारे पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए क्योंकि रामायण हमारा जीवन दर्शन है। इसे धार्मिक कहने का कोई औचित्य नहीं है।” गोविल ने कहा कि रामायण हमें रिश्तों, धैर्य रखने और कैसे शांति मिलती है, इसके बारे में बताती है। उन्होंने कहा कि रामायण केवल सनातनियों के लिए नहीं है, ये सबके लिए है। इसलिए इसे स्कूलों में पढ़ाया जाना चाहिए। एएनआई ने अपने X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर अरुण गोविल का वीडियो शेयर किया है। जिसमें अभिनेता अपने विचार रखते दिख रहे है।

रामायण के अलावा अगर बात करें तो स्कूलों में सोशल साइंस के सिलेबस को रिवाइज किया जा रहा है। इसके लिए NCERT की सोशल साइंस कमेटी ने किताबों में इंडियन नॉलेज सिस्टम, वेदों और आयुर्वेद को शामिल करने का प्रपोजल रखा है।

अब बात अरुण गोविल की करें तो वह आज भी भगवान राम की तरह पूजे जाते हैं। लोग अब भी उन्हें भगवान की छवि को देखते हैं। 22 जनवरी को अयोध्या में हुई राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में अरण गोविल, ऑनस्क्रीन सीता दीपिका चिखलिया और लक्ष्मण सुनील लहरी के साथ शामिल हुए थे। जैसे ही ये तीनों अयोध्या पहुंचे थे, लोगों की भीड़ उमड़ गई थी। लोगों ने इनका आशीर्वाद लिया। सोशल मीडिया पर तमाम वीडियो भी सामने आए।