कोरोनावायरस (coronavirus) के बढ़ते प्रकोप के चलते भारत में लॉकडाउन (lockdown)लगा हुआ है। दर्शकों के एंटरटेनमेंट के लिए दूरदर्शन ने एक बार फिर से 1980 के दशक का लोकप्रिय पौराणिक धारावाहिक रामायण
(Ramayan) का टेलिकास्ट शुरु किया है। रामायण के सुपरहिट साबित होने से जहां एक ओर दूरदर्शन की टीआरपी में काफी सुधार आया है वहीं दूसरी ओर रोजाना शो से जुड़े कई मजेदार किस्से सुनने को मिल रहे हैं।

रामायण में सीता का किरदार निभाने वाली दीपिका चिखलिया ने रामायण के बाद कई शोज़ में काम किया, लेकिन सीता बनकर उन्होंने जो जगह सबके दिलों में बनाई उसे भुला पाना तकरीबन अंसभव है। रामायण के बाद दीपिका की लाइफ में काफी बदलाव आया और उन्होंने साल 1991 में बीजेपी के टिकट से वडोदरा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।

एक वेब पोर्टल को दिए इंटरव्यू के दौरान दीपिका ने बताया कि गुजरात में एक फ़िल्म की शूटिंग के दौरान उनकी मुलाकात अरविन्द त्रिवेदी से हुई जिन्होंने धारावाहिक में रावण का किरदार निभाया था। अरविन्द त्रिवेदी ने मुझसे कहा कि लालकृष्ण आडवाणी जी को आपकी तलाश है और उन्हें आपका नंबर चाहिए। मुझे लगा शायद ऐसे ही वो मुझसे मिलना चाहते हों।

अरविन्द त्रिवेदी जी के कहने पर जब मैंने लालकृष्ण आडवाणी जी से मुलाकात की तो उन्होंने मेरी आवाज की तारीफ की और कहा कि, ‘मैं चाहता हूँ कि आप भारतीय जनता पार्टी की मेंबर बनें।’ अरविन्द त्रिवेदी जी और लालकृष्ण आडवाणी जी की मदद से मैं राजनीति से जुड़ गई और शादी के बाद जब मेरी बेटी हुई तो फिर मैंने थोड़ा ब्रेक लेने की सोचा। बता दें कि दीपिका ने 15 साल की उम्र में पहली फ़िल्म में काम किया था। दीपिका ने कई फ़िल्मों में काम किया लेकिन उनकी पहचान आज भी सीता की ही है।