राखी सावंत की अभिनीत फिल्म ‘एक कहानी जूली की’ के निर्माता अवध शर्मा अपनी फिल्म के प्रमाणन को लेकर सेंसर बोर्ड से काफी खफा हैं। उन्होंने दावा किया कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी)ने फिल्म को ‘यूए’ प्रमाणपत्र दिया था, लेकिन बाद में इसे बदलकर ‘ए’ कर दिया, इसलिए वे बोर्ड के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।

‘एक कहानी जूली की’ शीना बोरा की हत्याकांड पर आधारित फिल्म है, जिसमें राखी ने मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी की भूमिका निभाई है। इस फिल्म का निर्माण चेतना इंटरटेनमेंट के शर्मा ने किया है।

शर्मा ने कहा, “जिस तरीके से सीबीएफसी काम कर रही है वह बिल्कुल अनुचित और गैरकानूनी है, क्योंकि वे खुद के द्वारा जारी किए गए प्रमाणपत्र पर भी भरोसा नहीं करते।”

‘एक कहानी जूली की’ का निर्देशन अजीज जी ने किया है और इसमें अमित मेहरा, सानिया पन्नू, जिम्मी शर्मा, राजेश खेड़ा, अदी ईरानी, सबगीता तिवारी, सोनिया गुप्ता, सोनू बाबा और रामवीर ने मुख्य भूमिकाएं निभाई है। इसे शुक्रवार को रिलीज किया जा रहा है।

शर्मा ने आगे आरोप लगाया कि ‘सीबीएफसी में फिल्म प्रमाणीकरण के लिए कोई उचित तंत्र या पैरामीटर नहीं है। वे अपनी मनमर्जी से बिना किसी कानून का पालन किए प्रमाणपत्र जारी करते हैं।’

इस फिल्म के जिन संवादों ने ध्यान खींचा है, उसमें ‘डाल देगी केला’ और ‘कितने ट्रकों से गुजर गई’ शामिल है। राखी इस मसले पर बात करने के लिए शुक्रवार को मुबंई में पत्रकार वार्ता को संबोधित करेंगी।