मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में महज 28 फीसदी और लोकसभा में 22 फ़ीसदी कामकाज हुआ। इसी के साथ ही संसद का मानसून सत्र समाप्त हो गया। सत्ताधारी बीजेपी का आरोप है कि विपक्ष के चलते मानसून सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया। पक्ष और विपक्ष के बीच जारी सियासी घमासान के बीच वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी ने मोदी सरकार को घेरा है।
अपने ट्वीट में पुण्य प्रसून बाजपेयी ने कहा-‘ वो बता रहे हैं, लोकसभा 96 घंटो में से सिर्फ़ 21 घंटे चली। कोई नहीं बता रहा, देश बीते 86 महीनों में कितना पीछे चला गया?’ बाजपेयी की इस पोस्ट पर ढेरों लोगों ने रिएक्ट करना शुरू कर दिया।
बाजपेयी की पोस्ट पर रिया कुमारी नाम की एक महिला यूजर ने कहा- ‘नेहरू-इंदिरा ने कभी देश के टुकड़े किए, कभी धारा 370 लगाई, कभी आपातकाल, कभी इतिहास ही गलत पढ़ाया, तो कभी संविधान संशोधन द्वारा देश को धर्मनिरपेक्ष बना जनता पर थोप दिया। धारा 370 की तरह, सभी थोपे गए, एक दिन देश हित में हटेंगे। ये जनविश्वाश है। मोदी भारत के गौरव हैं।’
वो बता रहे है…
लोकसभा 96 घंटो में से सिर्फ़ 21 घंटे चली…कोई नहीं बता रहा….
देश बीते 86 महीनों में कितना पीछे चला गया…— punya prasun bajpai (@ppbajpai) August 12, 2021
एक यूजर ने लिखा- ‘कांग्रेसी मलाई खा कर मोटी चर्बी से सेहत खराब कर चुके बहुत से पत्रकार, अवॉर्ड वापसी गैंग, अर्बन नक्सलियों को मोदी जी द्वारा सेहत सुधार हेतु दिया जा रहा करेला जूस पसंद नहीं आ रहा। मोदी जी “एक भारत श्रेष्ठ भारत” में इनके भी स्वास्थ्य सुधार हेतु संकल्पित हैं।’
संजीव नाम के शख्स ने कहा- ‘पीछे चला गया यह आपका चश्मा है, आपकी दृष्टि को किस पैमाने पर नापा जाए? जीएसटी, राममंदिर, धारा 370, आयकर की कम होती दरें, बढ़ता जीएसटी कलेक्शन, कोरोना का सफलतापूर्वक इलाज, 80 करोड़ गरीबों तक राशन, जबरदस्त इंफ्रास्ट्रक्चर, गरीबों को मकान, टॉयलेट,गैस आदि देखें।’
भारत कुमार नाम के यूजर ने बाजपेयी का समर्थन करते हुए लिखा, ‘GST गर्त में है। राममंदिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश से बन रहा है। महंगाई आसमान छू रही है। रोजगार खत्म हो गए। कोरोना की दूसरी लहर में कितने लोग मरे आंकड़ा नहीं है। VACCINATION की रफ्तार बहुत धीमी। कोरोना में मारे गए परिवारों को देने के लिए 4 लाख नहीं। विज्ञापन खरबों रुपये के। अजीब अन्धभक्त?’