तकनीक का हमारे जीवन पर प्रभाव काफी व्यापक होता है यह तो हम सभी जानते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा था कि तकनीक आंखों की रोशनी से वंचित लोगों को फिल्म देखने का मौका देगी? यह चमकत्कार हुआ चेन्नई में, जहां रजनीकांत की फिल्म ‘कबाली’ का ढेरों अंधे लोगों ने मजा लिया। डिसक्रिप्टिव ऑडियो टेक्नोलॉजी से लैस इस थिएटर में जब यह लाइन गूंजी कि रजनीकांत ने अपना सूट पहन लिया है और वह स्टाइलिश अंदाज में जेल से बाहर आ गए हैं; तो थिएटर में सभी नेत्रहीन लोगों ने तालिया बजाईं और हूटिंग की। 700 से भी ज्यादा नेत्रहीन लोगों ने तकनीक के चलते फिल्म का मजा लिया।

इस अनोखी तकनीक ने सभी दृष्टिहीन लोगों को फिल्म देखने का आनंद लेने का मौका दिया है। इसमें सामने स्क्रीन पर चल रहे दृश्यों का नरेशन किया जाता है। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, “यह बहुत शानदार अनुभव था। बाकी की फिल्मों की तुलना में मैं इस फिल्म का पूरा मजा ले पा रहा था। दिव्या भारती नाम की एक तमिल स्टूडेंट ने कहा- फिल्म का वर्णन बहुत अच्छा था, मैं इसके माध्यम से वाकई में वह सब देख सकती थी जो हो रहा था। एक उच्चाधिकारी ने बताया- वह एक नया ट्रेंड सेट करना चाहते हैं ताकि वे लोग भी फिल्म का मजा ले सकें जो इसे देख नहीं पाते हैं। इस फिल्म का वॉयस ओवर करने और इसे रिकॉर्ड करने में 3 लोगों की टीम को 3 दिन का वक्त लगा।

Read Also: अनुष्का शर्मा, दीपिका पादुकोण, परिणीति चोपड़ा- Krrish 4 में ऋतिक रोशन के साथ होंगी कौन सी हीरोइन?