बॉलीवुड के मशहूर एक्टर राजेश खन्ना ने अपनी एक्टिंग और अंदाज से लोगों का दिल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। उनकी जबरदस्त फिल्मों को लेकर उन्हें हिंदी सिनेमा का ‘पहला सुपरस्टार’ भी कहा जाता था। लेकिन जिंदगी के आखिरी पलों में राजेश खन्ना काफी अकेले हो गए थे। इतना ही नहीं, जब उनका जन्मदिन गोवा में सेलिब्रेट किया गया तो उन्होंने इस बात का भी अंदाजा लगा लिया था कि यह उनका आखिरी जन्मदिन है। इस बात का खुलासा राजेश खन्ना के करीबी दोस्त भूपेश रसीन ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिये इंटरव्यू में किया।
राजेश खन्ना के बारे में बात करते हुए भुपेश रसीन ने कहा, “यह ट्विंकल का प्लान था कि साल 2011 में राजेश खन्ना का 69वां जन्मदिन गोवा में मनाया जाए। मैं भी उनके पूरे परिवार के साथ वहां मौजूद था और जब हम वहां से वापस आ रहे थे तो पता नहीं क्यों राजेश खन्ना को ऐसा महसूस होने लगा था कि यह उनका आखिरी जन्मदिन है।”
भूपेश रसीन ने इस बारे में बताया कि खुद राजेश खन्ना ने उनसे अपनी मृत्यु को भांपते हुए कहा था, “अब फाइनल हो गया है, लेकिन जल्दी हो रहा है।” भूपेश रसीन ने एक्टर के बारे में बात करते हुए कहा कि राजेश खन्ना ने कभी किसी को नहीं बताया था कि वह बहुत ही अकेले हैं।
भूपेश रसीन ने इंटरव्यू में आगे कहा, “उन्हें निधन के 15 महीने पहले ही इस बात का एहसास हो गया था कि वह कैंसर से बिल्कुल भी नहीं बच पाएंगे। उनकी बीमारी के दौरान मैंने उनकी सिगरेट, शराब और बाकी चीजें छुड़वाने की भी कोशिश की, लेकिन मैं इन सब कोशिशों में नाकाम रहा।”
राजेश खन्ना के करीबी दोस्त के मुताबिक एक्टर की तबीयत खराब होने के बाद अकसर डिंपल कपाड़िया उनसे मिलने आया करती थीं। इसके साथ ही भूपेश रसीन ने बताया कि उनके निधन से पहले कई महीनों तक एक्ट्रेस मुमताज भी राजेश खन्ना से मिलने आया करती थीं। वहीं, एक्टर हमेशा मुमताज से कहते थे, “शोले’ में बसंती का किरदार तुम्हें निभाना चाहिए था।”
भूपेश रसीन से इतर राजेश खन्ना के करीबी दोस्त विजय जावेरी ने मीडिया से बताया था कि एक्टर का लिवर संक्रमित हो गया था। एक वक्त ऐसा था जब वह खाना तक नहीं पचा पा रहे थे। खासकर उनके जीवन के आखिरी दिनों में राजेश खन्ना को कुछ भी सॉलिड फूड नहीं दिया जा रहा था।