राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) पर्दे पर जितने रूमानी और रोमांटिक दिखते थे, असल जिंदगी में उतने ही जिद्दी और अपनी मर्जी के मालिक हुआ करते थे। 70 के दशक में जब वे सफलता के शिखर पर थे, तब इंडस्ट्री के दिग्गज डायरेक्टर-प्रोड्यूसर भी उनके तमाम नखरे झेलने को तैयार थे, क्योंकि काका फिल्म के हिट होने की गारंटी बन गए थे।
राजेश खन्ना के मूड का आलम ये था कि वे सुबह की शूटिंग में कभी दोपहर तो कभी शाम को पहुंचते थे। बिना बताए निकल जाते थे और कभी-कभी तो आते ही नहीं थे। किसी से खफा हुए तो सबके सामने ही झिड़क देते थे। मन आया तो आधी रात मदद के लिए निकल पड़ते थे।
‘स्कर्ट क्यों पहनी?’ : राजेश खन्ना की गर्लफ्रेंड रहीं अंजू महेंद्रू ने एक इंटरव्यू में काका के मूड को लेकर विस्तार से बातचीत की थी। तब अंजू ने कहा था- ‘राजेश खन्ना ऐसे ही थे। मैं कभी स्कर्ट पहनती तो कहने लगते कि तुमने साड़ी क्यों नहीं पहनी और जब मैं साड़ी पहनती तो कहते कि तुम भारतीय नारी वाला लुक दिखाने की कोशिश कर रही हो? बाद में जब वे सुपरस्टार बने तो स्थिति और खराब हो गई थी।’
एक पल में झिड़क देते थे…वरिष्ठ पत्रकार और लेखक यासिर उस्मान ने राजेश खन्ना की जीवनी में फिल्म इतिहासकार सुरेश कोहली के हवाले से लिखा है कि काका किसी भी शख्स को एक पल में ऐसा कह देते, कर देते या झिड़क देते थे, जो उसे तकलीफ पहुंचा देता था। हालांकि उन्हें इसका अंदाजा भी नहीं होता था। यह उनके व्यक्तित्व का हिस्सा था। उस्मान, वरिष्ठ पत्रकार और फिल्म निर्देशक खालिद मोहम्मद के हवाले से काका के मूड से जुड़ा एक और किस्सा लिखते हैं। डिंपल कपाड़िया संग होटल में पार्टी कर रहे थे राजेश खन्ना, पीछे-पीछे पहुंच गईं अंजू महेंद्रू
2 मिनट तक बजाते रहे मेज: खालिद मोहम्मद और राजेश खन्ना की साल 1981 में आई सुरेंद्र मोहन की फिल्म ‘धनवान’ के सेट पर मुलाकात हुई थी। तब खालिद नए-नए रिपोर्टर और राजेश खन्ना का इंटरव्यू लेने पहुंचे थे। उन्होंने काका के बारे में तमाम बातें सुन रखी थी। जब वे राजेश खन्ना से मिलने पहुंचे और उनसे कुछ पूछते इससे पहले ही काका ने सामने रखी मेज को तबले की तरह बजाना शुरू किया और करीब 2 मिनट तक बजाते रहे। बकौल, खालिद मोहम्मद ‘वो 2 मिनट मेरे लिए 20 मिनट के बराबर था।’
जमीन पर बैठते थे डायरेक्टर-प्रोड्यूसर: राजेश खन्ना जब स्टारडम के शिखर पर थे तब उनके बंगले ‘आशीर्वाद’ में दिन-रात डायरेक्टर प्रोड्यूसर की लाइन लगी रहती थी। अभिनेता जूनियर महमूद ने अपने एक इंटरव्यू में राजेश खन्ना के रुतबे का जिक्र करते हुए बताया था कि आशीर्वाद के हॉल में डायरेक्टर,प्रोड्यूसर और एक्टर जमीन पर बैठा करते थे, जबकि काका थोड़ी ऊंचाई पर एक टेबल पर बैठते थे।

