बॉलीवुड के मशहूर ऐक्टर राज कपूर ने अपनी फिल्मों और अपने अंदाज से हिंदी सिनेमा में जबरदस्त पहचान बनाई थी। राज कपूर को उनके काम के लिए दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। इंडस्ट्री में देव आनंद उनके खास दोस्तों में से एक थे। दोनों की दोस्ती ऐसी थी कि खुशी के पलों के साथ-साथ मुश्किल के समय में भी वे एक-दूसरे के खूब काम आते थे। एक बार ऐक्टर देव आनंद को कैमरे की जरूरत थी, जिसपर राज कपूर ने उन्हें बिना सोचे समझे अपना कैमरा दे दिया था। इसके लिए ऐक्टर ने उन्हें ब्लैंक चेक भी भेजा था, जिसे उन्होंने वापस लौटा दिया था।
राज कपूर और देव आनंद से जुड़ी इस बात का खुलासा ऐक्टर के सहयोगी मोहन चूड़ीवाला ने किया था। उन्होंने बताया था कि फिल्म ‘लूटमार’ की शूटिंग के वक्त सिनेमैटोग्राफर शहर में ही था। ऐसे में देव आनंद उनके साथ फिल्म की शूटिंग करना चाहते थे। लेकिन शूटिंग के लिए उन्हें साधारण एआरआरआई कैमरे की जगह मिचेल कैमरे की जरूरत थी जो उस वक्त राज कपूर के पास था।
देव आनंद को यह बताया गया कि मिचेल कैमरा राज कपूर के पास है, लेकिन वह बाहरी शूटिंग के लिए इसे नहीं देते हैं। ऐसे में उन्होंने अपने बेटे सुनील को ऐक्टर के पास कैमरे को तीन से चार दिन के लिए लेने के लिए भेज दिया। इस बारे में बात करते हुए मोहन चूड़ीवाला ने कहा, “बिना कोई सवाल किए, राज साहब ने कैमरा ले जाकर सुनील की कार में रखने के लिए कह दिया।”
मोहित चूड़ीवाला ने इस बारे में आगे कहा, “शूटिंग के बाद सुनील, देव साहब के एक ब्लैंक चेक के साथ राज साहब के पास पहुंचा। राज साहब ने सुनील यह कहते हुए लौटा दिया कि उन्होंने वह कैमरा अपने दोस्त को दिया था, उसे किराए पर नहीं दिया था। उन्होंने कैमरे के लिए एक भी रुपये लेने से भी मना कर दिया था।”
देव आनंद और राज कपूर की बॉन्डिंग काफी अच्छी थी। अपनी दोस्ती को लेकर खुद देव आनंद ने भी कहा था कि अगर वह राज कपूर को 5:30 बजे फोन करें और उनसे 6:00 बजे तक उनके ऑफिस पहुंचने के लिए कहें तो वह बिना किसी सवाल जवाब के वहां पर पहुंच जाएंगे। इतना ही नहीं, जब भी देव आनंद आरके स्टूडियो में शूटिंग करते थे, वह हमेशा राज कपूर का निजी मेकअप रूम ही इस्तेमाल किया करते थे।