बॉलीवुड के मशहूर एक्टर राज कपूर ने अपनी फिल्मों और अपने अंदाज से हिंदी सिनेमा में जबरदस्त पहचान बनाई है। राज कपूर को हिंदी फिल्मों का ‘शो मैन’ भी कहा जाता है। बतौर एक्टर के साथ-साथ उन्होंने बतौर प्रोड्यूसर और डायरेक्टर भी फिल्मों में काम किया। उनके द्वारा डायरेक्ट की गई फिल्म में ‘प्रेम रोग’ भी शामिल है, जिसमें उन्होंने ऋषि कपूर और पद्मिनी कोल्हापुरे को कास्ट किया था। लेकिन इस फिल्म की शूटिंग के दौरान राज कपूर ने अपने बेटे को एक्ट्रेस से करीब आठ चांटे पड़वाए थे।
राज कपूर और ऋषि कपूर से जुड़ा यह खुलासा खुद पद्मिनी कोल्हापुरे ने टाइम्स नाउ डिजिटल को दिए इंटरव्यू में किया था। एक्ट्रेस ने इस बारे में बात करते हुए कहा था, “मुझे चिंटू (ऋषि कपूर) को चांटा मारना था और जाहिर है कि एक्शन में क्या होता है कि वह उस चांटे का तालमेल एक्शन के साथ ही बैठा लेते हैं। लेकिन राज अंकल को यह नहीं चाहिए था।”
पद्मिनी कोल्हापुरे ने ‘प्रेम रोग’ से जुड़ा किस्सा साझा करते हुए आगे कहा था, “उन्होंने मुझसे कहा कि तुम थप्पड़ मारो, मैं एक यथार्थवादी शॉट चाहता हूं। वहीं चिंटू ने भी मुझसे कहा, ‘आगे बढ़ो और चांटा मारो मुझे।’ पहले तो मेरा हाथ चांटे के लिए उठा, लेकिन गाल तक पहुंचते-पहुंचते वो धीमा हो गया। फिर राज अंकल ने कहा, ‘मुझे इतना सॉफ्ट चांटा नहीं चाहिए।”
पद्मिनी कोल्हापुरे ने किस्से बताते हुए आगे कहा, “उस शॉट के लिए हमें कम से कम सात से आठ री-टेक लेने पड़े थे। कुछ न कुछ गलत हो जा रहा था, कभी लाइट, कभी तकनीकी खराबी और मुझे भी उन्हें सात-आठ बार थप्पड़ मारना पड़ा। अब मैं इस बारे में सोचती हूं तो लगता है कि अगर मुझे इतने चांटे खाने पड़ते तो क्या होता।”
पद्मिनी कोल्हापुरे ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि इस शॉट के कारण ऋषि कपूर के गाल बिल्कुल लाल हो चुके थे। शॉट पूरा होने के बाद खुद ऋषि कपूर ने भी कहा था कि वो इस चीज का बदला जरूर लेंगे। ऐसे में एक फिल्म के लिए ऋषि कपूर को एक्ट्रेस को चांटा मारना होता है, लेकिन वो शॉट एक ही टेक में पूरा हो गया था।