बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस करिश्मा कपूर ने अपनी फिल्मों और अपने अंदाज से हिंदी सिनेमा में जबरदस्त पहचान बनाई है। करिश्मा कपूर ने फिल्म ‘प्रेम कैदी’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था और इसके बाद वह कई हिट फिल्मों में नजर आईं। यूं तो उनका पूरा परिवार ही फिल्मी दुनिया से ताल्लुक रखता है। खुद उनके दादाजी यानी राज कपूर एक फिल्म निर्माता थे। लेकिन कभी भी करिश्मा कपूर को अपने दादाजी के साथ काम करने का मौका नहीं मिला। एक फिल्म में वह राज कपूर संग काम करने भी वाली थीं, लेकिन ऋषि कपूर के कारण यह मौका भी हाथ से निकल गया था।

करिश्मा कपूर ने इस बात का खुलासा लहरें को दिए इंटरव्यू में किया था। करिश्मा कपूर ने यह इंटरव्यू फिल्म ‘प्रेम कैदी’ की रिलीज से पहले दिया था। इसमें उन्होंने बताया था कि वह ‘हिना’ फिल्म में कास्ट होने वाली थीं, लेकिन इसमें बतौर एक्टर ऋषि कपूर को कास्ट किया जा रहा था। ऐसे में उन्हें फिल्म से हाथ धोना पड़ा था।

करिश्मा कपूर ने इस बारे में बात करते हुए कहा था, “मैं ‘हिना’ में अपने पिता के साथ काम करना चाहती थी। लेकिन दुर्भाग्य से मेरे चाचा फिल्म के हीरो थे। जाहिर सी बात है कि मैं उनके अपॉजिट काम नहीं कर सकती हूं। मेरा मतलब है कि इसे इस तरह का बनाना ही क्यों? मेरे दादाजी ने चिंटू अंकल को एक्टर के तौर पर चुना था तो आप एक भतीजी के अपने चाचा के साथ काम करने की उम्मीद नहीं कर सकते हैं।”

करिश्मा कपूर ने बताया था कि राज कपूर को हमेशा से लगता था कि वह एक एक्ट्रेस बनेंगी। हालांकि उनके एक्ट्रेस बनने से पहले राज कपूर ने अपनी पोती के सामने एक शर्त रख दी थी। राज कपूर के बारे में करिश्मा कपूर ने कहा था, “वह हमेशा से यही कहते थे कि लोलो बेबी, मुझे मालूम है कि तुम एक एक्टर बनोगी। लेकिन मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि बनना तो बेस्ट बनना, वरना मत बनना।”

बता दें कि ‘हिना’ की शूटिंग पूरी होने से पहले ही राज कपूर ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। ऐसे में उनकी जगह करिश्मा कपूर के पिता रणधीर कपूर ने फिल्म का निर्देशन पूरा किया था। इस फिल्म में ऋषि कपूर के साथ जेबा बख्तियार और अश्विनी भावे भी मुख्य भूमिका में नजर आए थे।