अभिनेता राज कुमार को हिंदी सिनेमा जगत के एक दमदार अभिनेता के रूप में याद किया जाता है। हिंदी सिनेमा में काम करते हुए उनका दिल कभी मीना कुमारी पर तो कभी हेमा मालिनी पर आया लेकिन उनकी असली प्रेम कहानी तब शुरू हुई जब वो एंग्लो-इंडियन जेनिफर से मिले।

जेनिफर और राजकुमार की मुलाकात एक फ्लाइट में हुई थी। जेनिफर एक एयर होस्टेस थीं। राजकुमार को जेनिफर पहली ही नज़र में पसंद आ गईं और जेनिफर को भी राजकुमार का अंदाज़ बहुत भाया। इसके साथ ही राजकुमार और जेनिफर के बीच मुलाकातों का सिलसिला शुरू हुआ। राजकुमार ने जेनिफर से 60 के दशक में शादी कर ली।

शादी के बाद जेनिफर ने हिंदू धर्म स्वीकार कर लिया जिसके बाद हिंदू रीति रिवाजों के अनुसार, उनका नाम गायत्री रख दिया गया। राजकुमार ताउम्र गायत्री से प्यार करते रहे। राजकुमार के दो बेटे हुए जिनके नाम पुरु और पाणिनी है। उनकी एक बेटी भी हैं जिनका नाम वास्तविकता है।

राजकुमार अपनी निजी जिंदगी को लेकर बेहद कम बात करते थे। वो अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में फासला रखते थे। वो अपने बच्चों को भी लाइमलाइट से दूर ही रखते थे। उनके घर में फ़िल्मी मैगज़ीन भी नहीं आती थीं।

राजकुमार जेनिफर से मिलने से पहले हेमा मालिनी के बड़े फैन थे और वो उन्हें दिल ही दिल में चाहते थे। कहा जाता है कि उन्होंने फ़िल्म ‘लाल पत्थर’ में हेमा मालिनी को कास्ट करवाने के लिए वैजंतीमाला को रिप्लेस करवा दिया था। जब हेमा ने फ़िल्म करने से इनकार कर दिया तब फिर राजकुमार ने उन्हें मनाया था जिसके बाद हेमा ने फ़िल्म कर लिया। राजकुमार ने हेमा मालिनी को शादी का प्रस्ताव भी दिया जिसे एक्ट्रेस ने अस्वीकार कर दिया था।

राजकुमार जब मीना कुमारी के साथ फिल्म ‘पाकीजा’ की शूटिंग कर रहे थे तब उनका दिल मीना कुमारी पर आ गया था। वो उनसे एकतरफा प्यार कर बैठे थे। लेकिन ये प्यार भी किसी मुकाम तक नहीं पहुंचा था।