एक्टर- अल्लू अर्जुन, रश्मिका मंदाना, फहाद फासिल और अन्य
डायरेक्टर- सुकुमार
जॉनर- तेलुगु, क्राइम ड्रामा थ्रिलर
अवधि- 3 घंटे 20 मिनट
रेटिंग- 4/5
Pushpa 2 Movie Review & Rating and Rating: डायरेक्टर या फिल्म निर्माता के लिए किसी फिल्म का सीक्वल बनाना आसान नहीं होता है। ऊपर से जब वो एक हिट फिल्म हो तो वहां जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। फिर एक फिल्म, जिसमें एक्शन की डिमांड ज्यादा हो तो उसमें भावनाओं और फैमिली ड्रामा का मसाला दिखाना और मुश्किल काम हो जाता है। वहीं, जब मूवी की रन टाइम ज्यादा हो तो वहां पर चैलेंज और भी बढ़ जाता है कि कैसे दर्शकों को उसकी कुर्सी की पेटी से बांधे रहें। कुछ ऐसी ही सुकुमार के निर्देशन में बनी फिल्म ‘पुष्पा 2’ है, जिसे सिनेमाघरों में रिलीज कर दिया गया है और दर्शकों की उम्मीदों पर खरा उतरी है। जैसा कि ‘पुष्पा’ की हिट के बाद अल्लू अर्जुन और सुकुमार ने वादा किया था कि इसका सीक्वल इससे भी ज्यादा दमदार होगा तो उन्होंने अपना वो वादा पूरा किया है।
अल्लू अर्जुन और रश्मिका मंदाना की फिल्म ‘पुष्पा 2: द रूल’ को 5 दिसंबर, 2024 गुरुवार को यानी कि आज रिलीज कर दिया गया है। मूवी रिलीज होते ही थिएटर्स में छा गई है। जैसा आपने ट्रेलर देखा है और फिर फिल्म को लेकर जो आपकी कल्पना हुई है उससे एकदम परे है। कहने का मतलब है कि फिल्म का निर्माण अल्टीमेट लेवल पर किया है, जिसे एक शब्द में कहें तो ये एक मास एंटरटेनर फिल्म है, जिसमें आपको ना केवल एक्शन बल्कि कॉमेडी और फैमिली ड्रामा का फुल पैकेज देखने के लिए मिलता है। इस बार ‘पुष्पा’ केवल नेशनल नहीं बल्कि इंटरनेशनल है, जो एक ब्रैंड बनकर थिएटर में आया है। ऐसे में अगर आप इस फिल्म को देखने का मन बना रहे हैं तो पहले यहां इसके बारे में जान लीजिए। चलिए बताते हैं…
चोर-पुलिस का माइंड गेम है ‘पुष्पा 2’ की कहानी
आपने 90 के दशक में चोर-पुलिस वाली फिल्में तो बहुत देखी होंगी, जिसमें पुलिस चोर और स्मगलर के पीछे भागता और अंत होता है कि पुलिस चोर को पकड़ लेती है या फिर किसी और क्लाइमैक्स के साथ इसे खत्म कर दिया जाता है। वहीं, अल्लू अर्जुन की फिल्म ‘पुष्पा 2’ को भी चोर पुलिस का गेम कह सकते हैं। लेकिन, थोड़ा ट्विस्ट है। इसमें एक शब्द और जुड़ेगा। इसे केवल चोर-पुलिस नहीं बल्कि चोर-पुलिस का माइंड गेम कहा जाएगा। ‘पुष्पा 2’ में ‘पुष्पा’ के आगे की कहानी को देखा गया है। फर्स्ट पार्ट का अंत हुआ था कि फहाद फासिल यानी कि पुलिस अफसर शेखावत अपनी बेइज्जती का बदला लेने की आग में जल रहा होता है और फिर ‘पुष्पा 2’ में दोनों के बीच कड़ा मुकाबला होता है। अब किसकी जीत होती है और किसी हार इसे देख के लिए और चोर-पुलिस का माइंड गेम समझने के लिए तो आपको फिल्म का रुख करना होगा। लेकिन, यकीन मानिए फिल्म की कहानी में इतनी कसावट और दम है कि आप खुद को कुर्सी से बांधे रखेंगे।
Pushpa 2 Movie Review LIVE Updates: यहां देखिए ‘पुष्पा 2’ का लाइव रिव्यू।
कैसा है फिल्म का फर्स्ट हाफ?
‘पुष्पा 2’ के फर्स्ट हाफ की बात की जाए की जाए तो ये डेढ़ घंटे से ज्यादा का है। इसमें ‘पुष्पा: द राइज’ की कहानी आगे बढ़ती है। फर्स्ट हाफ का स्क्रीन प्ले थोड़ा स्लो महसूस होता है मगर मूवी का कसा हुआ डायरेक्शन आपको इसकी कहानी से जोड़े रखता है। इसमें आपको कॉमिक टाइमिंग, अल्लू अर्जुन और रश्मिका मंदाना का फनी वाला रोमांस के साथ अल्लू अर्जुन और फहाद फासिल की तकरार आपको सीट से हिलने क्या पलक भी झपकाने नहीं देगी। स्क्रीन पर आपकी नजरें गड़ी की गड़ी रह जाएगी। इसका फर्स्ट हाफ काफी कसा हुआ है, जो आगे की कहानी जानने के लिए आपकी उत्सकुता को बरकरार रखता है। फर्स्ट हाफ में आपको एक्शन ना के बराबर देखने के लिए मिलता है और यही ‘पुष्पा’ वाला एक्शन देखने की उत्सुकता ही आपको फिल्म से बांधे रखेगी। डरिए मत एक्शन मिलेगा और भरपूर मिलेगा क्योंकि इंटरवल ऐसी जगह होगा कि आप कुर्सी छोड़कर उठेंगे ही नहीं। मन में ख्याल आएगा कि कहीं सीन ना निकल जाए।
सेकेंड हाफ में पलटा पूरा क्लाइमैक्स
लो जी… इंटरवल खत्म हुआ और सेकेंड हाफ शुरू होता है। कहानी आगे बढ़ती है शेखावत और ‘पुष्पा’ के बीच तकरार और बढ़ जाती है। इस तकरार के बीच फिल्म अचानक से टर्न लेती है और मूवी के अलग है एंगल शुरू हो जाता है, जिसके बारे में तो आपने सोचा भी नहीं होगा। आप फिल्म देखने जाने से पहले ना जाने क्या क्या सोचकर जाएंगे लेकिन, जब फिल्म का टर्निंग प्वॉइंट आता है तो आप इसे देखकर शॉक्ड हो जाएंगे और आगे की कहानी को जानने के लिए क्यूरियोसिटी और भी बढ़ जाती है। पूरी फिल्म में इस विचार से बाहर नहीं आ पाएंगे कि अब क्या। फिल्म के हिंदी वर्जन की ड्यूरेशन 3 घंटे 20 मिनट होता है लेकिन लगेगा कि ये समय भी कम पड़ गया है। क्योंकि फिल्म एंटरटेनमेंट का फुल पैकेज जो है। इसका क्लाइमैक्स काफी कसा हुआ और दम वाला है। फिल्म के कुछ ऐसे सीन्स भी आएंगे जो आपकी धड़कने तेज कर देते हैं और कई सीन्स ऐसे भी होंगे जब आपकी आंखों में आंसू आ जाएंगे। वहीं, एक ऐसा सीन होगा जब अल्लू अर्जुन की एक्टिंग देख आप भी अपना माथा पकड़ लेंगे और उस सीन में एक्टर साड़ी में विकराल रूप में धांसू परफॉर्मेंस देते हैं। इसको देख यकीन नहीं कर पाएंगे कि ये क्या हो गया। वो बेहद ही कमाल का सीन होता है।
डायरेक्शन और एक्टिंग ने फूंकी जान
किसी भी फिल्म की कहानी भले ही कितनी बेहतरीन क्यों ना हो अगर उसका डायरेक्शन कसा हुआ ना हुआ और कलाकार की एक्टिंग में दम नहीं हुआ तो उस स्टोरी का दम निकल जाता है। लेकिन, जब डायरेक्शन और एक्टिंग साथ दमदार हो तो जान लीजिए कि आपको कुर्सी की पेटी बांधनी ही पड़ेगी। सुकुमार ने ‘पुष्पा 2’ का कमाल का डायरेक्शन किया है। सभी अहम कैरेक्टर्स को बराबर स्क्रीन स्पेस दिया है। उन्होंने मूवी के हर किरदार को महत्व दिया है। उन्होंने दर्शकों का 3 घंटे 20 मिनट का ज़ाया नहीं जाने दिया। डायरेक्टर ने अपनी फिल्म में एक्शन के साथ सब कुछ दिया है।
इसके साथ ही अल्लू अर्जुन की पुष्पा के रोल में एक्टिंग माइंड ब्लोइंग है। उनकी तारीफ के लिए शब्द भी कम पड़ जाएंगे। उन्होंने अपने कैरेक्टर के साथ पूरी तरह से न्याय किया है। इस बार वो वाइल्ड फायर बनकर आए और कम एक्शन के साथ माइंड गेम से दर्शकों का दिल जीत गए। इसी को एक मंझा हुआ कलाकार कहा जाता है कि जो वॉयलेंस से ज्यादा एक्टिंग पर फोकस करता है। रश्मिका मंदाना पुष्पा की पत्नी श्रीवल्ली के रोल में हैं। उनका खास किरदार नहीं है लेकिन, उन्होंने इस रोल को इतनी सहजता के साथ दिखाया है कि फैंस का दिल जीत लिया है। उनके पास फिल्म में करने के लिए कुछ नहीं होता है फिर भी आप उनके कैरेक्टर को पसंद करेंगे। फहाद फासिल ने पुलिस अफसर के रोल में सारी लाइमलाइट ही चुरा ली। इसके साथ अन्य कलाकारों की बात की जाए तो दक्षा के रोल में अनसूया भारद्वाज के पास इस बार करने के लिए कुछ नहीं था। ये कहना गलत नहीं होगा कि फिल्म की कहानी इसके मेन कैरेक्टर्स पर ही टिकी हुई है, जिसे आप इन्जॉय करेंगे।
फिल्म का म्यूजिक और गाने
इसके अलावा अब अगर ‘पुष्पा 2’ के गानों और म्यूजिक की बात की जाए तो वो तो कमाल के हैं। हालांकि, वो बात अलग है कि सीक्वल के गाने इस बार फिल्म की रिलीज से पहले खास पॉपुलर नहीं हुए लेकिन, फिल्म में उन गानों को देखना अलग ही अनुभव कराता है। फिर चाहे वो श्रीवल्ली का आइटम सॉन्ग ‘किसिक’, ‘सामी सामी’ हो, ‘पुष्पा’ का टाइटल ट्रैक हो या फिर ‘महाकाली’। इन गाने फिल्म की कड़ी को जोड़ते हैं और उस पल को इन्जॉय फुल बनाते हैं। वहीं, फिल्म के बैकग्राउंड म्यूजिक भी कमाल के हैं, जो फिल्म की सीक्वेंस को और शानदार एक्सपीरियंस करवाते हैं।
फिल्म का वन वर्ड रिव्यू- ‘मास एंटरटेनर है पुष्पा 2’
अंत में फिल्म ‘पुष्पा 2 द रूल’ के रिव्यू को अगर वन वर्ड में करें तो ये एक मास एंटरटेनर फिल्म है। रही बात इसे देखने की तो इसे देखना एक अलग अनुभव होगा तो हम यही कहेंगे कि फिल्म को देखना चाहिए और ऐसी फिल्में बहुत कम ही बार देखने के लिए मिलती हैं। अभी तक आपने कई हिट सीक्वल देखे होंगे लेकिन ऐसा सीक्वल देखना अल्टीमेट लेवल का अनुभव होगा। फिल्म U/A सर्टिफिकेट वाली है तो आप इसे घर-परिवार और बच्चों के साथ भी देख सकते हैं।
अल्लू अर्जुन की ‘पुष्पा 2’ का रिव्यू तो आपने पढ़ लिया। इसके साथ ही आप ये भी पढ़ सकते हैं कि ‘पुष्पा 2’ के प्रीमियर में भगदड़ मची और लाठीचार्ज भी हुई, जिसमें एक महिला की मौत भी हो गई।