वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी सोशल मीडिया पर बेहद सक्रिय रहते हैं। वो हर समसामयिक मुद्दे पर अपने विचार प्रकट करते हैं। अब पुण्य प्रसून बाजपेयी ने 26 जनवरी पर विदेशी अतिथि के ना होने को लेकर मोदी सरकार पर तंज कसा है।

पुण्य प्रसून बाजपेयी ने ट्वीट करते हुए लिखा है,’आत्मनिर्भरता का पहला कदम…26 जनवरी को कोई विदेशी मुख्य अतिथि नहीं।’ पुण्य प्रसून बाजपेयी के इस ट्वीट पर यूजर्स की तरह-तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं।

मुकेश पाठक नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’अधूरी खबर देकर अपने मनमाफिक एंगल से बनाने की तुम्हारी पुरानी आदत है बाजपेयी जी। यह भी तो बताओ कि कोरोना महामारी के चलते ऐसा किया गया है… तुम लोगों की यह पुरानी आदत है पत्रकारिता के नाम पर तुम लोग कांग्रेस की दलाली करते थे।’ एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा है,’आत्मनिर्भरता तो उसी दिन आ गयी थी जब किसी भी न्यूज़ चैनल में काम ना मिलने पर इन्होंने खुद का यूट्यूब चैनल खोल लिया।’

अजय शर्मा नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’शर्म आनी चाहिए यह जानते हुए भी कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किस कारण नहीं आ रहे पर दुर्भावना से प्रेरित होकर तुम अपनी बौखलाहट निकाल रहे हो मोदी जी पर। दरअसल तुम जैसों को मोदी फोबिया हो गया है दिन रात अपनी ही सरकार को कोसना तुम्हारा पेशा बन गया है।’ प्रकाश नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’नहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री आमंत्रित थे लेकिन किसान ट्रेक्टर लेकर परेड में घुसेंगे के डर से मना किया , डर साफ़ है शासक ने अपनी विधि संस्था का खेल खेला ताकि कमीशन बैठे , जनता के टैक्स से ये ऐश करेंगे।’

प्रदीप वशिष्ठ नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’जब विदेशी मेहमान को बुला रहे थे तो कोरोना में बुला क्यों रहे हो, अब जब नहीं बुला रहे हैं तो बुला क्यों नहीं रहे। ईलाज कराओ वरना ये जलन आगे आगे और बढ़नी है।’ गिरीश शर्मा नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’सबको पता है ब्रिटेन में कोरोना के बढ़े हुए केसों के कारण वहां के प्रधानमंत्री का दौरा रद्द हुआ है, लेकिन आपको तो अपने आकाओं को खुश करना है। भ्रम फैलाने के लिए ही तो रखा हुआ है।’