देश के जाने पहचाने पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी सोशल मीडिया पर बेहद सक्रिय रहते हैं। वो ज्यादातर समसामयिक मुद्दों पर अपनी राय प्रकट करते हैं। पुण्य प्रसून बाजपेयी केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ काफी मुखर रहते हैं। उन्होंने एक बार फिर से केंद्र सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। पुण्य प्रसून बाजपेयी ने ट्विटर पर वर्धा आश्रम के चित्र शेयर करते हुए लिखा है,’कारपोरेट प्रेमी सत्ता एक दिन वर्धा में गुज़ारे..‘मन की बात’को बापू कुटिया में महसूस करें..सादगी-कम ख़र्च की नैतिक सत्ता का एहसास करें..’

पुण्य प्रसून बाजपेयी के इस ट्वीट पर यूजर्स की तरह-तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं। बेद नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’हर इंसान जो होता है, जैसा होता है वो उसका बेसिक करैक्टर होता है। जिन लोगों को नाथूराम गोडसे में एक देशभक्त नजर आता हो, उन लोगों को बापू की कुटिया में बैठकर भी यह बातें कम से कम इस जन्म में तो ना महसूस होंगी, ना समझ में आएंगी।’

एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा है,’देखो सलाह कौन दे रहा है देश का सबसे बड़ा कमीशनखोर व इंटरव्यू फिक्सर।अब जब 2014 के बाद खुद की हराम की कमाई बंद हो गई तो दूसरों को नैतिकता का पाठ पढ़ाने लगे। पहले अपने अंदर झांकिए बेरोजगार पत्रकार महोदय..! जिनके खुद के घर शीशे के होते है उन्हें दूसरों पर पत्थर नहीं उछालने चाहिए।’

जेपी नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’एक बार गिरा हुआ व्यक्ति अगर ऊपर उठने का प्रयास ना करे तो और लगातार नीचे ही गिरता रहता है.. इस बात का आप से कोई लेना देना नहीं है।’ सागर नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’बापू को नमन है लेकिन आप जैसे पार्टी गुलाम पत्रकारों के लिए जनता का अभी भी ठेंगा है,रहेगा तो मोदी ही।’एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा है,’वर्धा व गाँधी की ज़रूरत तो सबसे ज़्यादा राहुल और कांग्रेस को है सर।’

एम एस पटेल नाम के यूजर ने बापू को याद करते हुए लिखा है,’सत्ता की चकाचौंध में कहां बापू की कुटिया खो गई।’ अमित गुप्ता नाम के यूजर ने लिखा है,’भैया एक बार यह नसीहत अपने मालिक को भी दे दो जो गोवा में छुट्टियां मना रहे हैं।