बॉलीवुड के दबंग स्टार सलमान खान के स्वभाव को लेकर अकसर अलग-अलग तरह की बातें होती हैं। कोई उन्हें गोल्डन हार्ट वाला इंसान बताता है तो कोई कहता है कि वह दूसरे की टांग खींचते हैं। किसी को उनमें एटीट्यूड प्रॉब्लम दिखती है। अब सलमान के स्वभाव को लेकर प्रोड्यूसर विवेक वासवानी ने बयान दिया है।
सलमान खान अपनी पहली फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ से ही काफी मशहूर हो गए थे, हालांकि तब तक वह सुपरस्टार नहीं बन पाए थे और उससे पहले ही लोग उन्हें बिगडै़ल समझने लगे थे। हाल ही में दिए इंटरव्यू में विवेक वासवानी ने सलमान खान की इस इमेज के बारे में बात की और बताया वास्तव में वह कैसे हैं।
विवेक ने साल 1991 में सलमान खान और रवीना टंडन को लेर फिल्म ‘पत्थर के फूल’ बनाई थी। सिद्धार्थ कनन के शो में उन्होंने बताया कि कैसे इस फिल्म के लिए उन्होंने सलमान को कास्ट किया। विवेक ने कहा कि वह सलीम खान से उनकी फिल्म की स्क्रिप्ट लिखवाना चाहते थे। उन्हें लगा था कि फिल्म की स्क्रिप्ट अच्छी होगी तो वह कुछ पैसे कमा पाएंगे। सलमान खान को कास्ट करने का उनका कोई इरादा नहीं था। इरादा सलीम साहब से स्क्रिप्ट लिखवाना था। फिल्म की स्क्रिप्ट लिखवाने के लिए उन्होंने सलीम को 21,000 रुपये दिए थे। हालांकि बाद में स्क्रिप्ट में कई बदलाव हुए।
उन्होंने आगे कहा कि ये तब की बात है जब ‘मैंने प्यार किया’ रिलीज होने वाली थी, सलीम खान ने उन्हें कहा कि इस फिल्म के लीड रोल के लिए सलमान खान सही रहेंगे। उनके कहने पर सलमान इस फिल्म का हिस्सा बने थे।
सलमान खान करते हैं बड़ों की इज्जत
जब विवेक से सलमान खान के स्वभाव के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि सलमान बड़े लोगों के साथ बहुत इज्जत से पेश आते हैं। उस वक्त जो उनकी बिगड़ैल वाली छवि थी, वो सही नहीं थी। विवेक ने कहा,”मुझे सलमान खान की तरफ से कभी बिगड़ैल वाला बर्ताव देखने को नहीं मिला। आप यकीन नहीं करेंगे अपने बड़ों के साथ वह बहुत इज्जत से पेश आते हैं। उनके पैरेंट्स, हेलेन आंटी, उनकी पुराने प्रोड्यूसर सभी के साथ इज्जत से रहते हैं। वह अपनी उम्र वाले लोग या खुद से छोटे लोगों के साथ बिगड़ैल जैसे रहते हैं, कॉलेज के बुलीज की तरह, लेकिन दिल बुरा नहीं है। मेरा सलमान के साथ कोई बुरा अनुभव नहीं रहा है।