महाकुंभ में हुई भगदड़ में मारे गए श्रद्धालुओं और गंगा नदी को लेकर जया बच्चन ने जो कहा, वो किसी को पसंद नहीं आ रहा है। जया बच्चन ने कहा कि जिन लोगों की मौत हुई उनके शव नदी में ही बहाये गए हैं, जिससे गंगा दूषित हो गई। जया बच्चन के इस बयान को लेकर वीएचपी के मीडिया इनचार्ज शरद शर्मा ने उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी, अब अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने भी प्रतिक्रिया दी है।

समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन अपने बयान के चलते इस वक्त चर्चा में बनी हुई हैं। इसी बीच अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा है कि जया बच्चन को इस तरह की बात नहीं कहनी चाहिए थी। साथ ही पूछा कि क्या जया बच्चन ने शवों को गंगा नदी में बहाते हुए देखा?

महंत ने कहा, “क्या उन्होंने ऐसा होते देखा? क्या वह महाकुंभ में आई थीं? उनको अपना इलाज कराने की जरूरत है, वह बीमार हो गई हैं, इसलिए इस तरह की बयानबाजी कर रही हैं।” वीएचपी के मीडिया इनचार्ज ने क्या कहा, पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…

क्या बोली थीं जया बच्चन?

जया बच्चन ने कहा था कि हजारों श्रद्धालुओं की लाशों को प्रयागराज में गंगा नदी में बहा दिए गए। इससे गंगा नदी का पानी दूषित हो गया है, असली मुद्दों पर कोई बात नहीं करता था। इसके साथ ही जया बच्चन ने कहा था कि कुंभ में आने वालों की कोई विशेष व्यवस्था नहीं है, झूठ बोला जा रहा है कि करोड़ों लोग पहुंच रहे हैं। एक जगह पर इतनी बड़ी संख्या में लोग कैसे इकट्टा हो सकते हैं।

जया बच्चन ने कहा था, “राज्यसभा में जल शक्ति के ऊपर सवाल उठाए गए हैं। पहले मैं भी दूषित पानी को लेकर काफी कुछ बोल चुकी हूं। सबसे ज्यादा दूषित पानी इस समय कहां है, कुंभ में है। उसके लिए कोई सफाई नहीं दे रहे। बॉडी जो पानी में डाल दी गई हैं, उससे पानी दूषित हुआ है। यही पानी लोगों तक पहुंच रहा है वहां। इसके ऊपर कोई सफाई नहीं दे रहे हैं।”

इसके साथ ही जया बच्चन ने महाकुंभ में दिए जा रहे वीआईपी ट्रीटमेंट पर भी बात की। जया ने कहा, “पूरा आई वाश किया जा रहा है और जब इस पर सवाल पूछते हैं, खुद ही जवाब दे रहे हैं। जो असली मुद्दे हैं इस देश के जो कमजोर तबके के लोग हैं, जिनको कोई वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिलता है। वीआईपी चले जाते हैं कुंभ में, नहाते हैं और उन्हें स्पेशल ट्रीटमेंट मिलता है। उनकी तस्वीरें होती हैं और अगले दिन आप सब लोग छापते हैं, उन्हें दिखाते हैं। मगर जिन लोगों को, जो गरीब लोग, जो आम आदमी है उनके लिए कोई सपोर्ट नहीं है कोई व्यवस्था नहीं है। वहां झूठ बोला जा रहा है कि करोड़ों लोग आएंगे, इतने लोग आएंगे कैसे वहां।” पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…