दिग्गज एक्टर प्रेम चोपड़ा ने बॉलीवुड फिल्मों में कई बार खलनायक की भूमिका निभाई है। एक्टर ने पीछे मुड़कर देखा कि स्क्रीन पर उनकी इस पर्सनैलिटी ने उनके निजी जीवन को कैसे प्रभावित किया। उन्होंने बताया कि उस दौर की फिल्मों में रेप के सीन प्रमुखता से होते थे और हर फिल्म के लिए जरूरी हो गए थे।
बॉलीवुड ठिकाना के साथ एक इंटरव्यू में प्रेम चोपड़ा ने बताया कि उनकी पत्नी ने उन्हें खतरनाक भूमिकाएँ निभाने के लिए प्रोत्साहित किया करती थीं। लेकिन उनके पिता एक दिन हैरान रह गए जब उन्होंने देखा कि कुछ लोग उनसे मिलते ही दूर होने लगे और पत्नियों को छिपाने लगे।
प्रेम चोपड़ा ने याद करते हुए बताया, “मैं एक बार चंडीगढ़ में अपने पिता से मिलने गया था। चंडीगढ़ में एक पंचकुला गार्डन है, और हम वहां घूमने गए। एक बार, हमने देखा कि चार या पाँच आदमी दूसरी तरफ से हमारी ओर आ रहे थे। उन्होंने मुझे पहचान लिया और कहने लगे, ‘औरतों को छुपाओ, औरतों को छुपाओ, प्रेम चोपड़ा आ रहे हैं।’ मेरे किरदारों ने मेरी जो रेप्युटेशन बनाई उससे मेरे पिता हैरान हो गए थे।”
एक्टर ने उन लोगों से बात की और उन्हें समझाया कि उनकी स्क्रीन पर जो पर्सनैलिटी है रियल में ऐसा कुछ नहीं है। उस दौर की फिल्मों में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के सीन के बारे में पूछे जाने पर एक्टर ने हंसते हुए कहा, “मैंने बलात्कार के दृश्यों वाली कुछ फिल्में कीं, लाट साहआमिर खान-रीना दत्त की बेटी ने मम्मी-पापा को बताया डिप्रेशन का जिम्मेदार: ‘उन्होंने ऐसे दिखाया जैसे तलाक कोई बड़ी बात नहीं’ब और झील के उस पार जैसी फिल्में, लेकिन वे सीन कथानक के लिए जरूरी थी।”
‘प्रेम नाम है मेरा, प्रेम चोपड़ा’, एक ऐसी लाइन थी जिसे प्रेम चोपड़ा ने राज कपूर की बॉबी में कहा था और ये लाइन मशहूर हो गई थी।