रणबीर कपूर ने 25 साल की उम्र में संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘सांवरिया’ से अपने करियर की शुरुआत की थी। मगर इस किरदार के लिए रणबीर पहली पसंद नहीं थे। हाल ही में प्रतीक बब्बर ने खुलासा किया कि भंसाली वास्तव में उन्हें ‘सांवरिया’ में कास्ट करना चाहते थे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया, क्योंकि प्रतीक उस वक्त रिहैब में थे।
बॉलीवुड बबल को दिए इंटरव्यू में प्रतीक से इसके बारे में पूछा गया कि वाकई में संजय लीला भंसाली रणबीर को नहीं बल्कि उन्हें अपनी फिल्म में कास्ट करना चाहते थे? जिसके जवाब में प्रतीक ने कहा, “बदकिस्मती से, मैं उस समय रिहैब में था। मैं 18 साल का था और मैं रिहैब में था। मिस्टर भंसाली ने हमारे लैंडलाइन पर कॉल किया था।”
जब उनसे पूछा गया कि क्या भंसाली को उनके रिहैब में होने के बारे में पता था, तो प्रतीक ने कहा कि उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने ये भी कहा कि भंसाली को शायद ये भी नहीं पता था कि उस समय उनकी उम्र कितनी थी। “उन्हें रिहैब के बारे में नहीं पता था और मुझे नहीं लगता कि उन्हें पता था कि मेरी उम्र कितनी है क्योंकि मैं बहुत छोटा था। मुझे एक या दो साल बाद पता चला, मेरे नाना ने मुझे कहा, ‘संजय लीला भंसाली ने तुम्हें कॉल किया था, लेकिन तब तुम हॉस्पिटल में थे।”
प्रतीक ने अपनी नशे की लत के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, “उन सालों में नाना-नानी ने मेरा सबसे बुरा रूप देखा। मैं एक बहुत बड़ा एडिक्ट था। मेरी नानी मुझे एडिक्ट देखते हुए मर गईं। मुझे इस बात का अफसोस है। काश वो देख पाती कि मैं आज कैसा इंसान बन गया हूं।”
बता दें कि प्रतीक ने अब्बास टायरवाला की 2008 की फिल्म ‘जाने तू या जाने ना’ में सपोर्टिंग रोल में अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने बताया कि फिल्म पर काम करने के बाद वो फिल्म स्कूल गए लेकिन उन्हें बाहर निकाल दिया गया क्योंकि वो ड्रग एडिक्ट थे।
