फिल्मकार प्रकाश झा ने कहा है कि देश में चल रही राष्ट्रप्रेम और राष्ट्रविरोध को लेकर चर्चा ‘‘बड़ी कॉमेडी’’ है। 63 वर्षीय निर्देशक ने कहा कि देश में जब तक ‘‘असहिष्णुता’’ का मुद्दा ठंडा होता राष्ट्रप्रेम और राष्ट्रविरोधी होने को लेकर नया मुद्दा आ गया। जेएनयू विवाद को लेकर पूछे जाने पर झा ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि जो चल रहा वो बड़ी कामेडी है। मैं इसे बड़ी कामेडी के तौर पर देखता हूं। हमारे देश में जहां इस कामेडी के पहले पूरी चर्चा सहिष्णुता, असहिष्णुता को लेकर हो रही थी अब राष्ट्रप्रेम और राष्ट्रविरोधी की कामेडी आ गयी है।’’
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि यह ऐसा समाज है जो विचार और विचारधारा के मुद्दे से जूझते रहता है। लोकतंत्र की बात है तो हम काफी युवा हैं। अच्छा है कि लोग इस बारे में बात करते हैं और विचारों के साथ आते हैं । उन्होंने कहा, ‘‘मुझे तो यह गजब लगता है। बहुतों के लिए दुखद है कि ऐसी चीजें हुयी, लेकिन फिर आपको अहसास होता है कि यह तो जीवन का हिस्सा है। हर दिन हम इससे जूझते हैं। चीजों पर सवाल उठता है, विरोध होता है और समझा जाता है।’’ झा अपनी आगामी फिल्म ‘जय गंगाजल’ के गाने के लांच के दौरान बोल रहे थे।