फिल्मकार महेश भट्ट और अपने ज़माने की बोल्ड अभिनेत्री परवीन बॉबी की प्रेम कहानी आज भी हिंदी सिनेमा प्रेमियों के दिलों में बसी है। महेश भट्ट जब परवीन बॉबी से मिले तो वो शादीशुदा थे वहीं परवीन बॉबी कबीर बेदी से ब्रेकअप के बाद उबरने की कोशिश में थीं। महेश भट्ट को बॉबी का बिंदास अंदाज भा गया और दोनों के बीच साल 1977 के आखिर में अफेयर शुरू हो गया। दोनों ने उस ज़माने में लिव- इन रिलेशनशिप में रहना शुरू कर दिया।
महेश भट्ट ने परवीन बॉबी के लिए अपनी पत्नी को भी छोड़ दिया था। उनकी एक बच्ची भी थी लेकिन परवीन बॉबी के प्यार में उन्होंने परिवार को छोड़ दिया। इस दौरान परवीन बॉबी का करियर अपने पीक पर था फिर भी वो घर में एक साधारण लड़की की तरह ही महेश भट्ट के साथ रहती थीं। लेकिन कुछ दिनों बाद ही परवीन बॉबी दुनिया से कटने लगीं। उन्हें हमेशा डर लगने लगा कि उनके खिलाफ साजिश हो रही है और उनके आस पास के लोग उन्हें मारने की कोशिश कर रहे हैं।
डॉक्टर्स ने बताया कि परवीन बॉबी को पैरानायड स्कित्जोफ्रेनिया है। परवीन बॉबी की याददस्त भी कमज़ोर पड़ने लगी। तब महेश भट्ट उनकी दवाइयों, और खाने के वक्त का पूरा ध्यान रखते थे। लेकिन परवीन बॉबी को कभी- कभी ये भी लगने लगता था कि महेश भट्ट उन्हें मारना चाहते हैं।
इसलिए जब महेश भट्ट उन्हें दवाई खाने को देते तो वो खाने से इनकार कर देती थीं। वो कहती थीं कि महेश भट्ट पहले खुद उनकी दवा खाएं फिर वो दवा खाएंगी। मजबूरन महेश भट्ट को दवाई अपनी ड्रिंक में या पानी से लेनी पड़ती थी। महेश भट्ट ने परवीन बॉबी को अकेला छोड़ने को लेकर फिल्मफेयर मैगजीन से बातचीत में कहा था कि एक घटना के बाद उन्हें लगा कि परवीन बॉबी को उन्होंने खो दिया जिसके बाद वो अपनी पत्नी के पास लौट आए थे।
उन्होंने बताया था, ‘एक दिन मैं घर लौटा तो देखा कि परवीन फिल्म का कॉस्ट्यूम पहने एक कोने में बैठी हैं, उनके हाथ में चाकू था। मुझे देखते हुए परवीन ने चुप रहने का इशारा किया। बोलीं दरवाजा बंद कर दो कोई हमें मार देगा। उस वक्त मैं समझ गया कि मैंने उसे खो दिया है।’
परवीन बॉबी ने अपने आखिरी दिनों में बहुत तन्हाई झेली। उन्हें पागल तक करार दे दिया गया था। अपने फ्लैट में ही उनकी मृत्यु 20 जनवरी 2005 को हो गई थी लेकिन दुर्भाग्य यह रहा कि सिनेमा जगत की मशहूर अभिनेत्री की मौत के 3 दिनों बाद उनके मौत की खबर दुनिया वालों को हुई।