सेलेब्स सोशल मीडिया पर फैंस से रू-ब-रू होते और अपने दिल की बातें शेयर करते दिखते हैं। परेश रावल ने हाल ही में एक शायरी ट्विटर पर पोस्ट की। परेश ने अपनी शायरी के अंत में ‘गुलजार साहब’ भी लिखा। शायरी थी- ‘जिंदगी किस्मत से चलती है साहब, दिमाग से चलती तो बीरबल बादशाह होता।’

परेश रावल के इस पोस्ट को देख कर कुछ लोग सामने आकर परेश से बोले- ये गुलजार साहब की शायरी नहीं है। तो किसी ने कहा- क्या आप मोदी जी पर तंज कस रहे हैं? तो कोई बोला ऐसा कचरा गुलजार साहब नहीं लिखते। तो किसी ने कहा- थोड़ी तो अक्ल इस्तेमाल कीजिए।’ एक यूजर ने लिखा- ज़िंदगी अगर फ़ेक फ़ॉरवार्ड्स से चलती तो आज हर कोई आज ग़ालिब हो जाता #NotByGulzar।

किसी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा- ‘विरासत में गद्दी तो मिल सकती है लेकिन बुद्धि नहीं…..!!!’ तो कोई बीजेपी पर तंज कसता दिखा- ‘अच्छा तो बाबू भैया आपके कहने का मतलब यह है की श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी चाय वाले से प्रधानमंत्री अपनी किस्मत से बने है उनका मेहनत में कोई योगदान नहीं है।’ किसी ने कहा- ‘दिमाग चलता तो ये भी पता रहता कि ऐसा कूड़ा गुलज़ार साहब नहीं लिखते।’

कुछ यूजर्स परेश रावल की बात पर सहमती जताते दिखे। एक यूजर ने लिखा- ‘वाह बाबू भय्या क्या सही बात कही आपने वाह।’ एक यूजर ने लिखा-‘ गुलज़ार साहब कितना परेशान होंगे इसे आने नाम से देखकर। व्हाट्सएप से कॉपी कीजिये पर थोड़ा अक्ल का इस्तेमाल भी कीजिये।’ ये कमेंट में परेश रावल का मजाक उड़ाते हुए कहा गया- ‘बाबू भाई को दिख गया लिखा कम है बाबू भाई आज चश्मा पहन रखा है ।’

तो वहीं कई यूजर्स कहते दिखे – ‘अरे पीएम मोदी जी पर इनडायरेक्ट निशाना?’ दूसरा बोला- ‘अप्रत्यक्ष रूप से मोदी जी पर निशाना?? आज बड़ी जल्दी पी लिए, बाबू भैया?’ तो एक यूजर ने कहा- ‘सर क्या ज्ञान क्या अज्ञान आपसे उम्मीद तो कुछ बची ही नहीं अब, पर प्लीज़ गुलज़ार साहब को तो बख़्श दीजिए। ये कूड़ा उन्होंने नहीं लिखा। ट्विटर पे गुलज़ार होते तो डांट पिलाते आपको।’