फिल्म जगत की जानीमानी अभिनेत्री कंगना रनौत जहां एक ओर अपने अभिनय को लेकर प्रसिद्ध हैं। तो वहीं, वे अपने पंगों को लेकर भी कई बार विवादों में रही हैं। इस बार भी कंगना अपने एक और पंगे को लेकर चर्चा मे हैं लेकिन ये पंगा उनका व्यक्तिगत नहीं बल्कि उनकी फिल्म का नाम पंगा है, जिसका निर्देशन अश्विनी अय्यर तिवारी कर रही हैं। पंगा की कहानी कबड्डी के खेल से जुड़ी है। फिल्म से जुड़े अपने अनुभवों को साझा कर रही हैं अभिनेत्री कंगना रनौत।
सवाल : आपकी एक और फिल्म पंगा रिलीज होने जा रही है। यों तो आपने अपनी जिंदगी में बहुत सारे पंगे लिए हैं। ऐसे में इस फिल्म ने आपको ढूंढ़ लिया कि आपने इस फिल्म को ढूंढ़ लिया?
’मेरे ख्याल में इस फिल्म ने मुझे ढूंढ़ निकाला। मेरी छवि को ये किरदार सूट करता है। मेरा संघर्ष खुली किताब की तरह है। मैंने अपने संघर्ष के दौरान आई अड़चनों को चुनौतियों की तरह लिया। फिल्म की निर्देशक अश्विनी अय्यर तिवारी ने कहीं ना कहीं मेरा ये संघर्ष देखा है। इस वजह से उनको मैं इस फिल्म के लिए फिट लगी। और मुझे भी कहानी अच्छी लगी।
सवाल : पंगा फिल्म की कहानी कबड्डी के खेल पर आधारित है और आपने इससे पहले कभी खेल पर आधारित फिल्म नहीं की। ऐसे में इस फिल्म ने आपको कैसे प्रभावित किया?
’पंगा की कहानी का सार जरूर कबड्डी है लेकिन ये एक ऐसी औरत की भी कहानी है जो एक जमाने में कबड्डी की खिलाड़ी थी लेकिन बाद में वो घर गृहस्थी में उलझ कर एक बच्चे की मां बनने के बाद कबड्डी छोड़ देती है और 35 साल की उम्र में एक बार फिर अपना मुकाम हासिल करने के लिए कबड्डी से जुड़ती है जो उसके लिए बहुत मुश्किल होता है लेकिन वो हार नहीं मानती और जीत हासिल करती है।
सवाल : आपने एक खिलाड़ी के किरदार को निभाने के लिए मानसिक और शारीरिक तौर पर क्या और कैसे तैयारी की?
’मेरे लिए ये किरदार निभाना मुश्किल था। क्योंकि मैंने कभी स्पोर्ट्स में हिस्सा नहीं लिया। मैं विज्ञान की छात्रा रही हूं और मुझे बचपन से ही कविताएं और कहानी पढ़ने का शौक था। मैंने बहुत सारी एक्शन फिल्में की हैं। इसलिए मेरा कबड्डी के ऊपर फिल्म करना बहुत ज्यादा मुश्किल नहीं हुआ। साथ ही इस फिल्म में मैं घरेलू औरत भी बनी हूं जो खाना बनाती है। बच्चे को स्कूल और पति को दफ्तर भेजती है। साथ ही खुद भी रेलवे में काम करती है। ये सब करना मेरे लिए बहुत अच्छा अनुभव रहा।
सवाल : अपनी फिल्मों के निर्देशकों के साथ आपके खट्टे-मीठे रिश्तों को लेकर क्या कहेंगी?
’जब एक अभिनेता अपनी फिल्म के सेट पर जाता है तो उसकी यही कोशिश रहती है कि उसकी फिल्म का निर्देशक नबंर वन हो। उसकी फिल्म सुपरहिट हो। डायरेक्टर अपनी कहानी और सोच को लेकर स्पष्ट हो। अपने डायरेक्टर को लेकर एक्टर का एक सपना होता है एक अच्छी फिल्म का सपना। लेकिन अगर डारयेक्टर बीच में ही फिल्म छोड़ कर भाग जाए अपने एक्टरों को अनाथ कर जाए तो फिर उस फिल्म के एक्टर को कमान संभालनी ही पड़ती है। जो मुझे करना पड़ा मणिकर्णिका के समय पर। वहीं, अश्विनी का काम परफैक्ट था। उनके सेट पर सब कुछ व्यवस्थित होता है। उनका स्वभाव ममता से भरा हुआ है। उन्होंने मुझे सेट पर इतना प्यार दिया की मैं कभी-कभी भावुक हो जाती थी। वो मुझसे उम्र में ज्यादा बड़ी नहीं हैं लेकिन उन्होंने मुझे एक मां की तरह प्यार दिया। यही वजह है कि मुझे उनके साथ काम करने में मजा आया।
सवाल : इस साल आप शादी करने का भी पंगा लेने वाली हैं? यानि की आपकी शादी करने की योजना भी है।
’अश्विनी मुझे शादी के लिए भी उकसाती रहती हैं। कंगना हंसते हुए कहती हैं कि उन्होंने तो मेरी शादी के लिए खूबसूरत साड़ी भी ली है। मैं पहले शादी के खिलाफ थी क्योंकि मुझे लगता था कि शादी के बाद पति को झेलना बहुत मुश्किल है। लेकिन जब से मैंने अश्विनी और उनके पति नीतिश की जोड़ी देखी है, तब से मेरा शादी पर थोड़ा-थोड़ा विश्वास होने लगा है। दोनों के बीच अच्छी केमिस्ट्री और तालमेल है। अगर मुझे भी पति के रूप में मुझसे ज्यादा खूबसूरत मुझसे ज्यादा होनहार और मुझसे ज्यादा बुद्धिमान लड़का मिला तो मैं शादी कर लुंगी।
सवाल : आपका सबसे यादगार पंगा कौन सा रहा है?
’मेरा पंगा ज्यादातर उन लोगों से हुआ है जो चार्मिंग कहलाते हैं। सामने तो प्यार से गले लगते हैं और पीछे से वार करते हैं। ऐसे लोगों से हमेशा अलर्ट रहना पड़ता है। हमारी इंडस्ट्री में ऐसे कई सारे चार्मिंग लोग हैं जिनका नाम लेने की जरूरत नहीं है। सभी उनको बेहतर तरीके से जानते हैं। उन्हीं के साथ मेरे कई सारे यादगार पंगे रहे हैं।
सवाल :आपने अपनी जिंदगी मे बेधड़क पंगे लिए हैं। ऐसे में आपके हिसाब से अगर इसमें सफल होना हो तो क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
’अगर आपका किसी से पंगा हो गया है तो आप सच के साथ उस पंगे का सामना कीजिए। अगर आप सच्चे हैं तो जीत आपकी ही होगी। क्योंकि सच को साबित करने में समय जरूर लगता है लेकिन सच कभी छिप नहीं पाता। वो एक ना एक दिन सामने जरूर आता है। लिहाजा मैंने जब भी किसी से पंगा लिया सच का साथ दिया। और यही वजह है कि मैंने अपने अभी तक के अभिनय करिअर में कभी हार नहीं देखी। क्योंकि मैं सच के साथ हूं और सच की हमेशा जीत होगी है।
सवाल : पंगा फिल्म में आपके पति का किरदार निभा रहे जस्सी गिल के साथ आपका काम करने का अनुभव कैसा रहा?
’जस्सी बहुत ही सहयोगी अभिनेता हैं। अपने काम के प्रति पूरी तरह ईमानदार हैं। मुझे इस फिल्म में एक शॉट में जस्सी को जोर-जोर से लात मारनी थी। इस शॉट के दौरान जस्सी ने मुझसे 15 से 20 बार लात खाई। तब कहीं जाकर शॉट ओके हुआ। लेकिन इस बीच उनकी कमर और हिप्स में बहुत दर्द होने लगा था। फिर भी उन्होंने हंसते हुए शॉट दिया। जो काबिले तारीफ है। पंगा में जस्सी मेरे पति के किरदार में हैं जो अपनी पत्नी को एक बार फिर सफल होने के लिए उसका पूरा सहयोग देते हंै। मुझे ये किरदार निभाने में बहुत मजा आया।
सवाल : आप नारी शक्ति को मजबूत बनाने को लेकर क्या कहना चाहेंगी?
’जब मैं इंडस्ट्री में आई थी तब यहां पर अभिनेत्रियों की स्थिति खराब थी। अभिनेत्रियों को सिर्फ शोपीस के तौर पर लिया जाता था। हिरोइन का अभिनय करिअर ज्यादा से ज्यादा 30 साल का होता था। वो भी मुश्किल से। ये सब देखकर मंै अंदर से डर गई थी। मैं नहीं चाहती थी कि कोई मेरा नसीब तय करे। लिहाजा, कड़े संघर्ष के बाद मंैने अपनी अलग जगह बनाई। कहने का मतलब ये है कि जब तक हम बेचारी बने रहेंगे तब तक हमारा शोषण होता रहेगा। लिहाजा औरत को अपने बचाव के लिए दिमाग का इस्तेमाल ज्यादा करना होगा। बलात्कार जैसी घटना से बचने के लिए ज्यादा सावधानी बरतनी होगी।

