पाकिस्तान के नए एक्टर्स के लिए जहां बॉलीवुड पिछले कुछ सालों में एक प्लेटफॉर्म के तौर पर उभरा है, लेकिन बावजूद इसके यह उन्हें मुंबई में रीलोकेट करने के लिए तैयार नहीं कर पा रहा है। हालांकि भारत में उनके कामयाब हो जाने की कोई गारंटी नहीं है, लेकिन पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान और माहिरा खान एक परिपेक्ष्य में भारत से जुड़े हुए हैं। बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक लंबे वक्त तक भारत में काम करने के बावजूद उन्होंने न तो यहां पर कोई संपत्ति खरीदी है और न हीं रेंट पर कोई घर लिया है। वह भारत में सिर्फ महंगे होटलों और शूटिंग के लिए लोकेशन के आस पास कहीं ठहरते हैं।

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रंजीता गणेशन के मुताबिक फवाद और अली जफर उनके माता पिता को घुमाने के लिए कभी-कभी भारत लाते हैं। उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर वह ऑफस्क्रीन अपने को-स्टार्स और कुछ डायरेक्टर्स के साथ बातचीत करते नजर आते हैं। इन कलाकारों में से ज्यादातर पाकिस्तान के टीवी शोज से निकल कर आए हैं। और जब वह भारत आते हैं तो अपनी हेयर एंड मेक अप टीम को बॉलीवुड प्रोटोकॉल के तहत छोड़ कर आते हैं। क्योंकि यदि किसी एक शख्स की कागजी कार्रवाई कहीं अटक जाती है तो बाकी पूरी टीम को भी रोक दिया जाएगा। इसके चलते वह भारत में फिल्ममेकर्स द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले असिस्टेंट्स से काम चलाते हैं।

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तो इस तरह लड़कियों के पसंदीदा पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान का मेकअप अभिलाशा देवनानी करती हैं और पब्लिसिटी आलिया भट्ट और सलमान खान के लिए यह काम देखने वाली टीम करती है। सिने और टीवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन द्वारा 2 साल पहले चिंता व्यक्त किए जाने के बाद से पाक कलाकारों को एसोसिएशन में खुद को रजिस्टर कराना पड़ता है और प्लेन बिजनेस वीजा की बजाए कल्चरल एक्टिविटीज के लिए अलग से वीजा लेना पड़ता है। इस वीजा को उन्हें एक निश्चित समयंतराल के बाद रिन्यू भी कराते रहना पड़ता है। रिपोर्ट के मुताबिक यहां तक कि ब्रिटिश पासपोर्ट कैरी करने वाली बॉलीवुड एक्ट्रेस कैटरीना कैफ को भी यही प्रोसेस फॉलो करना पड़ता है।

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रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म निर्माता विनय सपरु ने बताया कि क्योंकि पाकिस्तानी फिल्म इंडस्ट्री में वर्कशॉप और रिहर्सल जैसी कोई व्यवस्था नहीं है, इसलिए उन्हें वहां पर खुद को इस्टैबलिश करने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। मालूम हो कि सपरू ने हाल ही में अपनी फिल्म सनम तेरी कसम में मावरा होकेन को कास्ट किया था। इसके अलावा उन्होंने 2005 में लकी फिल्म में अदनान सामी को म्यूजिक कंपोजर के रूप में लॉन्च किया था। दिलचस्प बात यह भी है कि अपनी ज्यादातर कमाई भारत में करने वाले गायक आतिफ असलम और राहत फतेह अली खान भारत में सिर्फ तभी होते हैं जब उन्हें अपने प्रोजेक्ट करने होते हैं।