KBC 11, 23 August 2019 Episode: ‘‘जब मैं पैदा हुई तो मेरे शरीर पर सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट्स लग गए थे। उस दौरान मैं रोई नहीं। डॉक्टरों को लगा कि मैं मरी हुई पैदा हुई हूं और उन्होंने मुझे डस्टबिन में फेंक दिया।’’ कौन बनेगा करोड़पति (KBC) के 11वें सीजन के चौथे एपिसोड में हॉट सीट पर बैठी नूपुर चौहान ने अपने आधे शरीर के पोलियोग्रस्त होने की दर्दभरी दास्तां सुनाई तो लोगों की आंखों में आंसू आ गए। यहां तक कि बिग बी अमिताभ बच्चन तक भावुक हो गए। बता दें कि उत्तर प्रदेश के कपूरपुर गांव से ताल्लुक रखने वाली नूपुर ने इस शो में साढ़े 12 लाख रुपए जीते। इसके बाद 25 लाख के सवाल का जवाब नहीं आने पर उन्होंने क्विट कर लिया।
भाई ने गोद में उठाकर हॉट सीट पर बैठाया: बता दें कि नूपुर अकेले आसानी से चल भी नहीं पाती हैं। फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट में जब वह सही जवाब देने वाली अकेली कटेस्टेंट बनीं तो अपने आंसुओं को रोक नहीं पाईं। इस दौरान उनके भाई शशांक ने नूपुर को गोद में उठाकर हॉट सीट पर बैठाया। नूपुर ने कहा, ‘‘जिंदगी में चाहें कितनी दिक्कत हों, फिर भी जिंदगी खूबसूरत होती है।’’

डॉक्टरों ने बरती थी लापरवाही: नूपुर ने बताया, ‘‘मैं सीजेरियन ऑपरेशन से हुई थी। उस दौरान मुझे सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट लग गए और मैं रोई नहीं। डॉक्टरों को लगा कि यह बच्ची डेड है। उन्होंने मुझे डस्टबिन में फेंक दिया और बोले कि यह बच्ची तो मर गई।’’

जिंदगी बची, लेकिन शरीर खराब हो गया: नूपुर के मुताबिक, ‘‘‘मेरी मौसी और नानी वॉर्ड वूमेन के पास गईं और कुछ पैसे देकर बोलीं कि कोई बात नहीं बच्ची डेड है, लेकिन इसे साफ तो कर दो। जब उन्होंने मुझे साफ किया तो नानी ने बोला कि ऐसा करो मारकर देखो। शायद सांस वापस आ जाए। जब उन्होंने मारा तो मैं ऐसा रोई कि 12 घंटे लगातार रोती रही। मुझे बेसिकली ऑक्सीजन की कमी थी, लेकिन उन्हें लगा कि मुझे नर्व का प्रॉब्लम है। डॉक्टरों ने कहा कि मुझे टिटनेस हो गई, जिसके इंजेक्शन लगने लगे। फिर बताया कि जॉइंडिस हो गया है। डॉक्टरों की गलती की वजह से मेरा केस बिगड़ता ही चला गया।’’

काफी दिन बाद सामने आई हकीकत: नूपुर बताती हैं, ‘‘उस वक्त मेरी उम्र के बच्चे अपनेआप करवट ले लेते थे और मैं नहीं ले पाती थी, तब मेरी फैमिली को थोड़ा-सा शक हुआ कि नूपुर के साथ कुछ गड़बड़ है। हमारी बिल्डिंग में एक राजेश भैया रहते थे। उन्होंने बताया कि हैदराबाद के एक डॉक्टर आए हैं, उन्हें नूपुर को दिखाओ। उन डॉक्टर ने ही बताया कि यह बच्ची नॉर्मल नहीं है। डिसेबल्ड है। पता चला कि मेरे शरीर का दायां हिस्सा पैरालाइज्ड है।’’
ऐसी है नूपुर की सोच: नूपुर ने बताया, ‘‘बचपन में मेरा जो स्ट्रगल शुरू हुआ, वह झांसी की रानी की तरह आज तक जारी है। यहां लोग मुझे देखकर सोचते होंगे कि यह लड़की कितनी हिम्मती है, लेकिन जिंदगी में कई बार ऐसे पॉइंट आते हैं, जब खुद की हिम्मत साथ देना छोड़ देती है। मैं लड़कियों से सिर्फ एक बात कहना चाहती हूं कि अपना नाम बनाइए, जो सुख अपने नाम में है, वह किसी और चीज में नहीं।’’
[bc_video video_id=”5828152723001″ account_id=”5798671092001″ player_id=”JZkm7IO4g3″ embed=”in-page” padding_top=”56%” autoplay=”” min_width=”0px” max_width=”640px” width=”100%” height=”100%”]
साथ नहीं देता आधा शरीर, लेकिन दिमाग नॉर्मल: नूपुर के मुताबिक, मैं मिक्सिपी नाम की बीमारी से जूझ रही हूं। इस बीमारी में बच्चे अपनी उम्र से 2 से 10 साल पीछे होते हैं। हालांकि, मेरे केस में मेरा दिमाग नॉर्मल है। मैं सिर्फ लेफ्ट हैंड से टाइपिंग कर पाती हूं, लेकिन यह सोच रखा है कि हार कभी नहीं मानूंगी। इस दौरान नूपुर ने एक कविता ‘कब तक रोकोगे मुझे?’ का जिक्र भी किया। दरअसल, यह कविता आरडी तैलंग की है, जिसे बिग बी ने केबीसी के सीजन-10 में शो के दौरान सुनाया था।