राम की विजय और रावण के अंत को अधर्म पर धर्म और असत्य पर सत्य की विजय से जोड़ कर देखा जाता है। रामायण में इस समय राम और रावण के बीच यानी अधर्म और धर्म के बीच युद्ध छिड़ चुका है। दोनों ही सेनाओं के बीच के इस युद्ध को दर्शक काफी पसंद कर रहे हैं। यही कारण है कि 17 अप्रैल को सुबह प्रसारित एपिसोड को रात 9 बजे रिपीट टेलीकास्ट किया गया। प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर ने जब ट्विटर पर लोगों की मांग पर रिपीट टेलीकास्ट दिखाए जाने की जानकारी दी तो सोशल मीडिया यूजर्स मजे लेने लगे।

एक यूजर ने लिखा, आज हमारे लंकेश भैया लड़ाई करने नहीं जाएंगे कंधे में बहुत दर्द है। सुबह वाला ही रिपीट कर दो। एक यूजर ने जामवंत के घूंसा मारने वाले दृश्य का जिक्र करते हुए लिखा, लंकेश को जामवंत का घूंसा दोबारा पड़ेगा। लंकेश दोबारा बेहोश होगा। एक अन्य यूजर ने प्रसार भारती पर बार बार दिखाए जाने को लेकर लिखा, श्रीमान जी कितना रिपीट करके पैसा कमाओगे। इस पर एक यूजर ने जवाब देते हुए लिखा, कमा लेने दो भाई अभी ही मौका है, फिर देखेगा कौन। एक और यूजर ने लिखा, जनता सुबह वाला एपिसोड शाम को देखने के लिए बेचैन रहती है कि DD वाले टाल नहीं पाते…वाह।

बता दें कि दूरदर्शन जनता की मांग पर ही उत्तर रामायण का प्रसारण करने जा रहा है। उत्तर रामायण ‘लव कुश’ को दिखाया जएगा। इसका प्रसारण रविवार 19 अप्रैल को शाम 9 बजे किया जाएगा। गौरतलब है कि शनिवार रामायण का युद्ध कांड का समापन हो जाएगा। उत्तर रामायण 19 अप्रैल रविवार से रात 9 बजे के स्लॉट में टेलीकास्ट दिखाया जाएगा, जबकि सुबह 9 बजे के स्लॉट में रात वाले एपिसोड का ही रिपीट टेलीकास्ट होगा। प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर ने  इस बात के संकेत भी दिए हैं कि लोगों की रुचि बढ़ने के लिहाज से आने वाले समय में पॉपुलर शो ‘श्रीकृष्णा’ का पुनः प्रसारण भी किया जा सकता है। 

ट्विटर पर इसकी जानकारी देते हुए शशि शेखर ने लिखा “कई राज्यों में सुबह दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो के माध्यम से एजुकेशन क्लासेस शुरू कर दी गई हैं। इसे देखते हुए ‘उत्तर रामायण’ के फ्रेश एपिसोड रात 9 बजे के स्लॉट में ही दिखाए जाएंगे, जिनका रिपीट टेलीकास्ट सुबह 9 बजे के स्लॉट में किया जाएगा।” रामायण के फिनाले एपिसोड की जानकारी देते हुए शशि शेखर ने अपने अगले ट्वीट में लिखा, “रविवार सुबह 9 बजे युद्ध कांड की मुख्य कहानी के फिनाले का रिपीट टेलीकास्ट किया जाएगा। रविवार रात 9 बजे से उत्तरकांड से संबंधित एपिसोड, जो उत्तर रामायण के रूप में निर्मित किए गए हैं, का प्रसारण होने लगेगा।”