बॉलीवुड के मश्हूर आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई ने आत्महत्या कर ली है। कहा जा रहा है कि नितिन पर भारी कर्ज था, जिसके कारण उन्होंने ये कदम उठाया। शुक्रवार को उनका अंतिम संस्कार हुआ। जिसके बाद उनका परिवार हरकत में आया और उन्होंने एडलवाइस कंपनी पर नितिन देसाई को सुसाइड करने के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। परिवार का कहना है कि नितिन देसाई कर्ज की रकम चुकाने के लिए तैयार थे। लेकिन एडलवाइस कंपनी के साथ मुलाकातों के बावजूद वह भुगतान नहीं कर पाए। क्योंकि उन्हें टाला जा रहा था।
नितिन की पत्नी नेहा ने शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने कहा है कि ECL फायनेंस कंपनी और एडलवाइज ग्रुप ने लोन की वसूली को लेकर नितिन पर मानसिक दबाव बनाया, जिसके कारण उन्होंने ये बड़ा कदम उठाया।
नेहा का कहना है कि अपने खिलाफ एनसीएलटी कोर्ट के आदेश के बाद नितिन देसाई परेशान थे। कंपनी पर बार-बार बात करने का दिखावा करने का आरोप लगाते हुए परिवार ने कहा कि कंपनी ने समाधान खोजने की कोशिश किए बिना केवल उन्हें परेशान किया।
इस मामले में एनसीएलटी कोर्ट ने जितेंद्र कोठारी को इनसॉल्वेंसी प्रोफेशनल नियुक्त किया था। लेकिन आरोप है कि कोठारी ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर यह साजिश रची थी।
आत्महत्या से पहले नितिन ने खोली पोल
इसके साथ ही नितिन देसाई ने भी ऑडियो क्लिप में कहा, “राशेष शाह एक मीठी बात करने वाला व्यक्ति है। उसने बड़े कारोबारियों के लिए कड़ी मेहनत से बनाए गए मेरे स्टूडियो को निगल लिया है। 100 बार कॉल किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। 138, EOW, NCLT DRT द्वारा मुझे परेशान किया गया। मेरे पास दो-तीन निवेशक निवेश के लिए तैयार थे। लेकिन उसने मुझसे दोगुनी-तिगुनी कीमत वसूल कर मुझ पर दबाव डाला।”
“उन्होंने अपने हितों को हासिल करने के लिए मुझ पर विभिन्न तरीकों से दबाव डाला और मैंने जो भी प्रस्ताव दिया उसे स्वीकार नहीं किया, स्मित शाह, केयूर मेहता और आरके बंसल ने किसी न किसी तरह से मेरे स्टूडियो पर कब्जा करके मुझे घेर लिया, मुझे पैसे की धमकी दी और मुझे बेचने के लिए मजबूर किया। मेरा स्वर्णिम कार्यालय, एक मराठी कलाकार की हत्या। यह जा रहा है। किसी तरह षडयंत्र रच कर मुझे बिना मन के मजबूर कर खत्म कर दिया गया।”