अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से सोशल मीडिया पर हर तरफ इसकी निंदा हो रही है। चीन और पाकिस्तान को छोड़ कर लगभग अधिकांश देश तालिबान की इस हरकत की आलोचना कर रहे हैं। इधर, तालिबान की अफगानिस्तान में 20 साल बाद वापसी के बाद ये भी चिंता व्यक्त की जा रही है कि इससे अब भारत को खतरा पैदा हो सकता है।
ऐसे में भारत की ही एक पॉलिटिकल पार्टी ने तालिबान का समर्थन किया है, जिसे देख कर हर कोई दंग है। पीस पार्टी के नेता शादाब चौहान ने एक ट्वीट कर तालिबानियों को ‘फ्रीडम फाइटर’ कह उनका समर्थन किया है। ऐसे में पीस पार्टी के नेता शादाब अपने इस ट्वीट को लेकर विवादों में घिर गए हैं। इसी मुद्दे पर न्यूज वन इंडिया चैनल पर डिबेट के दौरान एंकर गरिमा सिंह पीस पार्टी के नेता शादाब पर बुरी तरह भड़क गईं।
लाइव डिबेट के दौरान एंकर ने पूछा-‘ भारत सरकार आपके मुताबिक अगर गलत चलती है तो क्या शादाब चौहान गलत चलेंगे? शादाब चौहान ट्वीट करेंगे!’ पलटकर शादाब ने जवाब में कहा- ‘क्या आप कह रही हैं कि भारत सरकार ने गलत किया?’ तभी एंकर कहती हैं कि ‘सर मैं यहां भारत सरकार की प्रवक्ता बन कर नहीं बैठी हूं। लेकिन आप बताएं कि अगर भारत सरकार के हर कदम की मुखालफत आप करते हैं ट्विटर पर तो क्यों भारत सरकार के स्टैंड का यहां आधार बना रहे हैं?’
शादाब ने इस पर कहा- ‘ये बता रहे हैं कि फॉरन पॉलेसी, डिप्लोमैसी रिलेशन हमारे बीच रहना चाहिए। अफगानिस्तान को हम इस्तेमाल नहीं होने देंगे, हिंदुस्तान की तरह। चीन-पाकिस्तान चाहता है कि वो हमारे बीच में लड़ाई पैदा करे। पर हम चाह रहे हैं कि तालिबान के साथ हमारे रिश्ते अच्छे रहें और हम शांतिपूर्ण तरीके से जिएं अगर नहीं करेंगे तो लिख लीजिए नुकसान उठाना पड़ेगा।’
#BaatMaiDumHai: हम देश हिट में चाहते है कि हमारे तालिबान से अच्छे संबंध बने और शंतिपूर्ण तरीके से जिए – @shadab_chouhan1 @gforgarima @IGuruPrakash @tehseenp @DrVermaAshutosh @avanijeshDU @AchalMalhotra1 @BJP4India @INCIndia @samajwadiparty @peacepartyup #Debate #News1Indiatweet pic.twitter.com/Tw9989DDKM
— News1Indiatweet (@News1IndiaTweet) August 16, 2021
इस पर एंकर कहती हैं- ‘तो उस तालिबान का समर्थन आप कर रहे हैं, जो चोरी करने के आरोप में हाथ पांव काट देता है? उस तालिाबान का समर्थन कर रहे हैं आप?’
शादाब एंकर से पूछने लगते हैं- ‘क्या गलत है? क्या भारत के संविधान में आरोपियों को सजा देने के लिए कानून नहीं है? क्या बलात्कारी को फांसी नहीं दी जाती?’ शादाब की बात सुन एंकर कह पड़ती हैं- ‘मैं आपको सुनकर काफी निराश हुई हूं, इस इतने गंभीर मुद्दे पर, माफ कीजिएगा।’