कॉमेडियन और टीवी होस्ट कपिल शर्मा के लिए मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। ‘द ग्रेट इंडियन कपिल शो’ की घटती रेटिंग्स से जूझ रहे कपिल के सामने अब एक नया कानूनी संकट खड़ा हो गया है। Phonographic Performance Limited (PPL) India ने शो में बिना अनुमति गानों के इस्तेमाल को लेकर कपिल शर्मा, शो के निर्माताओं और इसके ओटीटी प्लेटफॉर्म Netflix (इंडिया) के खिलाफ मुकदमा दायर किया है।

PPL, जो भारत की सबसे पुरानी कॉपीराइट लाइसेंसिंग संस्था, ने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करते हुए आरोप लगाया है कि शो के सीजन 3 में तीन गानों का बिना लाइसेंस उपयोग किया गया। मिड-डे की रिपोर्ट के मुताबिक, PPL ने 12 दिसंबर को एक कमर्शियल इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी सूट दायर किया, जिसमें सीजन 3 के तीन एपिसोड्स को निशाना बनाया गया है।

PPL इंडिया का कहना है कि शो में गानों का यह इस्तेमाल कॉपीराइट एक्ट, 1957 के तहत ‘पब्लिक परफॉर्मेंस/कम्युनिकेशन टू द पब्लिक’ की श्रेणी में आता है, जिसके लिए राइट्स होल्डर से लाइसेंस लेना अनिवार्य है। PPL ने दावा किया है कि शो के निर्माता K9 Films Pvt Ltd और BeingU Studios Pvt Ltd ने इस तरह की कोई अनुमति या लाइसेंस नहीं लिया।

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PPL ने यह भी कहा कि शो की शूटिंग के दौरान ये गाने लाइव ऑडियंस के सामने साफ तौर पर बजाए जाते हैं, जिससे मामला और गंभीर हो जाता है। संस्था के मुताबिक, उसने 6 नवंबर को शो के निर्माताओं को सीज-एंड-डिसिस्ट नोटिस भेजा था, लेकिन बदले में उसे सिर्फ एक ‘होल्डिंग रिप्लाई’ (औपचारिक/टालने वाला जवाब) मिला। जानकारी के लिए बता दें कि द ग्रेट इंडियन कपिल शो को आधिकारिक तौर पर 30 मार्च 2024 को लॉन्च किया गया था और अब तक इसके 41 एपिसोड प्रसारित हो चुके हैं।

PPL इंडिया ने बॉम्बे हाईकोर्ट से अनुरोध किया है कि शो के निर्माताओं को बिना लाइसेंस उसके कॉपीराइटेड साउंड रिकॉर्डिंग्स के इस्तेमाल से रोका जाए। इसके साथ ही, कथित तौर पर अनधिकृत इस्तेमाल से हुई किसी भी कमाई का पूरा ब्योरा देने का आदेश दिया जाए और कोर्ट द्वारा नियुक्त रिसीवर के जरिए उल्लंघन से जुड़ी सामग्री जब्त की जाए।

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PPL इंडिया के आधिकारिक लिंक्डइन पेज के अनुसार, इस संस्था की स्थापना 1941 में हुई थी और यह इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फोनोंग्राफिक इंडस्ट्रीज (IFPI) से संबद्ध है। PPL का कहना है कि वह कॉपीराइट एक्ट, 1957 की धारा 18 और धारा 30 के तहत अधिकारों के असाइनमेंट, लाइसेंस या ट्रांसफर के माध्यम से बॉलीवुड, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय गानों सहित 400 से अधिक म्यूजिक लेबल्स के पब्लिक परफॉर्मेंस और रेडियो ब्रॉडकास्टिंग अधिकारों को विशेष रूप से नियंत्रित करता है।