नेपाल की सेना उस समय विवादों में आ गई, जब मीडिया में खबर आई कि शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने वर्दी में हवाईअड्डे पर बॉलीवुड अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा और मलाइका अरोड़ा की अगवानी की। इस बारे में सेना और सरकार से स्पष्टीकरण मांगा गया है। दोनों अभिनेत्रियां नेपाल आर्मी वाइव्स एसोसिएशन की ओर से आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंची थी।

यह कार्यक्रम पिछले साल आए विनाशकारी भूकंप के पीड़ितों के कल्याण के लिए आयोजित किया गया था। इस संस्था की प्रमुख सेना प्रमुख जनरल राजेंद्र छेत्री की पत्नी हैं।
कांतिपुर डेली में रविवार को प्रकाशित रपट के अनुसार, जनरल समीर शाई सोनाक्षी की अगवानी के लिए शुक्रवार को त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर मौजूद थे, जबकि अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने मलाइका अरोड़ा की अगवानी की। अखबार ने इसे सेना का मनोबल गिराने वाला और प्रतिष्ठा घटाने वाला कृत्य बताया है। इस रपट के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय की एक शाखा, हेलो सरकार में कई शिकायतें दर्ज कराई गईं। यह शाखा सेना के दुरुपयोग को लेकर लोक शिकायतों को देखती है। हेलो सरकार में एक अधीनस्थ सचिव प्रधिन्ना उपाध्याय ने मीडिया से कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने रक्षा मंत्रालय से स्पष्टीकरण मांगा है।
रक्षा सचिव महेश दहाल ने कहा कि इस घटना की जांच कराई जाएगी। नेपाली फिल्मोद्योग के सुपरस्टार राजेश हमाल ने कहा कि वह इस घटना से स्तब्ध हैं। हमाल ने अपने फेसबुक पृष्ठ पर एक पोस्ट में लिखा कि नेपाली सेना राष्ट्र का गौरव है, लेकिन जब मैंने आज की खबर पढ़ी तो एक नागरिक के नाते मेरा गौरव टूट गया। इस देश के एक विनम्र कलाकार के नाते मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं। यदि उन्हें विदेशी कलाकारों की अगवानी करनी ही थी, तो उन्हें सादी वर्दी में ऐसा करना चाहिए था। सोनाक्षी शुक्रवार दोपहर में काठमांडू पहुंची थीं। उन्होंने शनिवार को तुंडीखेल में संपन्न हुए आमरापंक्षी नामक एक कार्यक्रम में प्रस्तुति दी थी।
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