जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने टाइम्स नाउ नवभारत की एडिटर इन चीफ नाविका कुमार को एक इंटरव्यू दिया जिसका एक क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल है। इस इंटरव्यू में नाविका कुमार ने उमर अब्दुल्ला से पूछा कि अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद क्या जम्मू कश्मीर में कोई बदलाव नहीं आया है? जवाब में उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें एक ऐसे निवेश में बारे में बता दिया जाए जो पिछले दिनों में जम्मू कश्मीर में हुआ हो। अब्दुल्ला के जवाब का यह वीडियो सोशल मीडिया पर लोग खूब शेयर कर रहे हैं।
नाविका कुमार ने उमर अब्दुल्ला से सवाल किया, ‘क्या बदलाव की शुरुआत नहीं हुई है? क्या आपको बदलाव नहीं दिखता?’ जवाब में उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘आप मुझे दिखाएंगी बदलाव? कहां हुआ है बदलाव? आप मुझे एक नया निवेश बता दीजिए, जो हुआ हो। एक भी सकारात्मक बदलाव दिखा दीजिए। सड़कें, सुरंगे, पावर हाउस, हॉस्पिटल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी..सभी पिछली सरकारों की देन है। स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए गुलाम नबी आजाद ने मेडिकल कॉलेज बनवाए, मनमोहन सिंह ने सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनवाए।’
उमर अब्दुल्ला ने कई परिवयोजनाएं गिनाई जो मनमोहन सिंह की सरकार में कश्मीर में शुरू की गई थी। उन्होंने नाविका कुमार से कहा कि वो पिछली सरकार के कामों की लिस्ट बनाते हैं और नाविका इस सरकार के कामों की लिस्ट बनाए और तब तुलना करके देख लें कि कितना विकास हुआ है जम्मू कश्मीर में। उनकी बातों के बीच नाविका कुमार बिल्कुल चुप रहीं।
नाविका whatsapp पत्रकारिता नही चलेगी यहाँ ये @OmarAbdullah है
— Gurpreet Garry Walia (@_garrywalia) August 3, 2021
उमर अब्दुल्ला ने इसी बीच कहा कि देश के अन्य राज्यों की तुलना में जम्मू कश्मीर कहीं आगे है और ये बीजेपी सरकार की देन नहीं है। वो बोले, ‘ये पिछले 2 साल में नहीं हुआ बल्कि ये पिछले 70 साल की सरकारों का काम है जिन्हें आप कहते हैं कि उस वक्त कोई अच्छी सरकार थी ही नहीं। आप नंबर्स पर बात कीजिए मुझसे।’
उमर अब्दुल्ला का यह वीडियो क्लिप पत्रकार गुरप्रीत गैरी वालिया ने शेयर किया है और लिखा है, ‘नाविका व्हाट्सएप पत्रकारिता नहीं चलेगी यहां। ये उमर अब्दुल्ला हैं।’ नाविका की चुप्पी पर राजेश बेनीवाल नाम के एक यूजर ने लिखा है, ‘उमर अब्दुल्ला का जवाब नाविका के लिए आउट ऑफ़ सिलेबस हो गया। 70 साल में क्या हुआ? करारा तमाचा।’
लेखिका मृणाल पांडे ने वीडियो क्लिप शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘कोकिल कुछ बोलो तो।’ अल्ट न्यूज के को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर ने लिखा, ‘डेरेक (डेरेक ओ ब्रायन) के बाद अब उमर अब्दुल्ला की बारी है।’
पत्रकार हरनीत सिंह ने नाविका की चुप्पी पर लिखा, ‘उमर अब्दुल्ला के डाटा और नंबरों के बौछार पर नाविका की चुप्पी के लिए उन्हें को दोष नहीं दे सकते। आखिरकार वो वर्तमान सरकार के, ‘नो डाटा’ शासन की अभ्यस्त हैं।’