बॉलीवुड के मशहूर एक्टर सुनील दत्त और एक्ट्रेस नरगिस ने अपनी फिल्मों और अपने अंदाज से हिंदी सिनेमा में जबरदस्त पहचान बनाई थी। नरगिस और सुनील दत्त ने साथ में फिल्म ‘मदर इंडिया’ में काम किया था और साल 1958 में दोनों शादी के बंधन में बंधे थे। लेकिन जब सुनील दत्त ने नरगिस को शादी के लिए प्रपोज किया था तो वह बिल्कुल खामोश रह गई थीं। वहीं सुनील दत्त ने भी ठान लिया था कि अगर उन्होंने ना कहा तो वह गांव जाकर वहां हल चलाना शुरू कर देंगे।
नरगिस से जुड़ी इस बात का खुलासा खुद सुनील दत्त ने ‘जीना इसी का नाम है’ में किया था। सुनील दत्त ने नरगिस के बारे में बात करते हुए कहा था, “मैं चाहता था कि मेरी जिंदगी में ऐसी औरत आए जो मेरी मां का, मेरे भाई का, जिन्होंने इतने दुख उठाए हैं। उनका ख्याल रखें। मुझे ये बातें नरगिस जी में दिखाई दी थीं।”
सुनील दत्त ने नरगिस के बारे में बात करते हुए आगे कहा, “एक दिन मैंने ट्राई करने का सोचा था। मेरे पास फिएट कार थी और मैंने नरगिस जी से कहा था कि मैं मरीन ड्राइव तक आपको छोड़ दूंगा। उन्होंने भी कहा कि हां ठीक है। तीन बत्ती के पास से जब मैंने गाड़ी मोड़ी तो मैंने उनसे कहा कि मैं आपसे कुछ कहना चाहता हूं। वह मुझे बिरजू कहती थीं और बोलीं कि हां बोलो क्या कहना है।”
सुनील दत्त ने नरगिस से जुड़े किस्से के बारे में आगे कहा, “मैंने उनसे कहा कि मैं आपसे शादी करना चाहता हूं। मेरी बात सुनकर वह खामोश हो गईं। मेरी कुछ पूछने की हिम्मत नहीं हुई। मैंने तय कर लिया था कि अगर यह ना कह देंगी तो मैं गांव चला जाऊंगा और वहां पर जाकर हल चलाऊंगा। लेकिन एक दिन जब मैं घर आया तो पता चला कि नरगिस जी ने शादी के लिए हां कह दी है।”
बता दें कि नरगिस और सुनील दत्त को ‘मदर इंडिया’ के सेट पर ही एक-दूसरे से प्यार हो गया था। फिल्म के सेट पर आग लग गई थी, जिसमें नरगिस फंस गई थीं और सुनील दत्त ने जान की बाजी लगाते हुए उनकी जान बचाई थी। इस हादसे में सुनील दत्त भी काफी जल गए थे, लेकिन हादसे के बाद से ही नरगिस ने एक्टर का ख्याल रखने की बात ठान ली थी।