नरगिस और सुनील दत्त की प्रेम कहानी के किस्से हर जगह पढ़ने को मिलते हैं। सुनील दत्त जब नरगिस से पहली बार मिले थे तो उनके मुंह से शब्द तक नहीं निकल पाया था। दरअसल तब तक नरगिस बॉलीवुड की बड़ी एक्ट्रेस बन चुकी थीं, लेकिन सुनील दत्त बतौर रेडियो जॉकी काम किया करते थे और उन्हें नरगिस का इंटरव्यू लेना था। सुनील दत्त उनसे कुछ सवाल ही नहीं पूछ पाए और उनकी नौकरी तक जाते-जाते बची थी।
नरगिस और राज कपूर की जोड़ी सिल्वर स्क्रीन पर सुपरहिट थी। दोनों की लव-स्टोरी उन दिनों अखबारों की सुर्खियों में रहती थीं। खास बात है कि राज कपूर की लोकप्रियता रूस में भी अच्छी खासी थी और लोग उन्हें नाम से जानते थे। इसके अलावा रूस में भी उनकी फिल्में अच्छा बिजनेस करती थीं। एक बार नरगिस, राजकपूर के साथ मॉस्को गईं। लेकिन लोगों ने उन्हें स्वतंत्र रूप से महत्व न देकर राजकपूर की हीरोइन जितनी ही तवज्जो दी। पूरा सम्मान न पाकर नरगिस को बुरा लगा और वो बीच में ही मॉस्को से भारत लौट आईं।
नरगिस राज कपूर के प्यार में इतनी पागल थीं कि उन्होंने शादी की सिफारिश महाराष्ट्र के तत्कालीन गृह मंत्री मोरारजी देसाई से भी की थी। राज कपूर परफेक्शन के लिए मशहूर थे। किसी फिल्म की शूटिंग के दौरान अगर कोई सीन उनको नहीं भाता था तो उसके कई- कई रीटेक होते। हर मुमकिन कोशिश की जाती, ताकि सीन राज कपूर के मन मुताबिक हो। ऐसा ही एक वाकया फिल्म आवारा की शूटिंग के दौरान हुआ।
राज कपूर के लिए गहने तक बेच दिए थे नरगिस ने: द लल्लनटॉप की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस फिल्म का पूरा बजट 12 लाख रुपए रखा गया था, लेकिन राज कपूर ने परफेक्शन के चक्कर में एक गाने की शूटिंग पर ही 8 लाख रुपये खर्च कर डाले। बाद में फिल्म ओवर बजट हो गई। तब नरगिस राज कपूर की मदद के लिए आगे आईं और अपने गहने बेचकर उनकी मदद की। यहां तक कि फिल्में हिट करवाने के लिए उन्होंने बिकिनी तक पहनी। बाद में दोनों के बीच कई चीजों को लेकर मनमुटाव भी शुरू हो गया।
राज कपूर और नरगिस अक्सर पार्टीज़ में भी साथ जाते थे। रूस ट्रिप के बाद दोनों के बीच दूरियां इतनी बड़ गईं कि वे कई सालों तक एक-दूसरे से नहीं मिले। सुनील दत्त से शादी के बाद नरगिस भी अपनी जिंदगी में पूरी तरह व्यस्त हो गईं। इसके बाद करीब 20 साल बाद नरगिस और राज कपूर की मुलाकात हुई। ऋषि कपूर की सगाई के बाद जब ग्रैंड रिसेप्शन का आयोजन किया गया तो उसमें नरगिस भी शरीक हुईं।