केबीसी के इस सीज़न में कई प्रेरणादायक कहानियां देखने को मिल रही हैं। हाल ही में एक करोड़ रूपए जीतने वाली बिनिता जैन ने भी ज़िंदगी में कड़ा संघर्ष किया है। उनके पति कई साल पहले लापता हो गए थे। इसके बाद उन्होंने ट्यूशन पढ़ाकर अपने परिवार का पेट पाला और अपनी जबरदस्त नॉलेज के सहारे इस सीज़न की पहली करोड़पति बनने में सफलता हासिल की। बिनिता जैन के बाद केबीसी में एक और साहसी शख़्स की एंट्री होने जा रही है। केबीसी के कर्मवीर एपिसोड में प्रवीण तेवतिया आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में रहने वाले इस जांबाज ने 26/11 मुंबई आतंकी हमले में 150 लोगों की जान बचाई थी। उनकी बहादुरी को सम्मानित करते हुए 26 जनवरी 2009 को दिल्ली में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने शौर्य चक्र से नवाजा था। केबीसी में अमिताभ बच्चन ने प्रवीण का स्वागत करते हुए बताया, ‘वो देश के पहले दिव्यांग आयरनमैन हैं। प्रवीण के सम्मान में केबीसी के पूरे स्टूडियो ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया।’
गौरतलब है कि मुंबई के ताज होटल में आतंकी हमले में सबसे पहले पहुंचने वाली भारतीय नौसेना की टीम में प्रवीण भी शामिल थे। हमले में प्रवीण को तीन गोलियां भी लगी थीं लेकिन इसके बावजूद उन्होंने आतंकियों से जमकर लोहा लिया। ये तीन गोलियां कान और फेफड़े में लगी थी। इस वजह से उन्हें सुनने में काफी दिक्कत आने लगी थी। वो जानते थे कि सुनने में दिक्कत आने के बाद वो फिर से कमांडो नहीं रह सकते हैं लेकिन उन्हें डेस्क जॉब करना बिल्कुल पसंद नही था। प्रवीण ने इस्तीफा देते अपनी कमी को ही ताकत बना लिया और धावक बनकर पहचान बनाई।
प्रवीण नौसेना से रिटायर हुए और अंतराष्ट्रीय धावक के रूप में पहचान बनाई। जाहिर है, उनका ये सफर आसान नहीं था। उन्होंने नेवी पर्वतीय दल के लिए आवेदन किया, लेकिन उनका आवेदन मेडिकल आधार पर खारिज कर दिया गया। तेवतिया ने फिर खुद को फिट साबित करने का फैसला किया। उनका ये सपना भी पूरा हुआ, प्रवीण ने 2014 में मैराथन की ट्रेनिंग शुरू की थी और फिर उन्होंने 18,380 फीट की ऊंचाई पर 12.5 घंटे में मैराथन पूरी कर पदक जीता।