वीरदास की विवादित कविता ‘टु इंडिया’ पर एक्टर मुकेश खन्ना का गुस्सा बुरी तरह से फूटा है। एक्टर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वह वीरदास पर भड़कते दिख रहे हैं। मुकेश खन्ना ने इस बीच वीरदास के नाम पर कमेंट किया और कहा कि कोई मुझे बताओ कि स्टैंडअप कॉमेडी आखिर होती क्या है? इतना ही नहीं मुकेश खन्ना ने आगे कहा कि ये कविता सुनाने के लिए उन्हें जितनी तालियां मिली हैं उन्हें उतने कोड़े मिले।

अपनी वीडियो में मुकेश खन्ना ने कहा- ‘एक और स्टैंड अप कॉमेडियन, एक और गुस्ताखी। वो भी हमारे अपने देश के नाम। ये स्टैंडअप कॉमेडियन जो खुद को वीरदास कहता है। समझता है कि बहुत ही सक्सेसफुल कॉमेडियन है उसने स्टैंडअप कॉमेडी का नाम बर्बाद कर दिया है। बदनाम कर दिया है।’

स्टैंड अप कॉमेडी पर सवाल खड़ा करते हुए मुकेश खन्ना ने पूछा-‘ स्टैंडअप कॉमेडी क्या होती है मुझे आज तक समझ में नहीं आया। क्या सड़क पर खड़े होकर आप किसी को गाली दो या किसी की गलतियां गिनाओ और लोग तालियां मारें। तो क्या आप अपने आप को सफल मानोगे? अरे आप किसी की गलतियां गिनाओगे अपने घर की चादर कपड़े बाजार में लाकर धोने शुरू करोगे तो कोई भी उसे देखना पसंद करेगा। तो ये स्टैंजअप कॉमेडी होती क्या है मुझे बताओ। कॉमेडी का स्टैंटर्ड आजकल इतना गिर गया है, कॉमेडी के बहुत सारे तरीके होते हैं। आप पॉजिटिव चीजों में हंसाएं लोगों को निगेटिव में क्यों हंसाते हैं?’

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वीरदास को लताड़ते हुए मुकेश खन्ना ने आगे कहा- ‘वीरदास क्या प्रूव करना चाहता है कि वह बहुत बोल्ड है? उसमें इतनी हिम्मत है कि वह अपने देश के खिलाफ बोल सकता है। वो भी एक विदेशी धरती से।’ वीरदास के वीडियो पर बिफरते हुए मुकेश खन्ना आगे बोले-‘दो इंडिया से मैं आया हूं, आप पहली ही लाइन में इंडिया को डिवाइड कर रहे हो? रास्ते में खड़े होकर आप हमारे देश की बुराई करना शुरू कर रहे हैं। अरे साहब इंडिया एक है। अगर इंडिया में दूसरी तरफ आपको कुछ दिखता है तो वो हमारे समाज में लॉ एंड ऑर्डर की फैली सिचुएशन हैं जिसको सुधारा जा सकता है और सुधारा जा रहा है।’ गुस्साते हुए मुकेश खन्ना ने आगे कहा कि वीरदास को ऑडिटोरियम में बैठे लोगों से जितनी तालियां मिलीं अब उतने कोड़े मिले, देखें वीडियो:-

उन्होंने आगे कहा- ‘इंडिया एक छोटी सी कंट्री नहीं है। इंडिया अमेरिका-ब्रिटेन नहीं है। इंडिया 130 करोड़ पॉपुलेश की कंट्री है। जिसको सुधारना इतना आसान नहीं है। केवल डायलॉगबाजी मारकर , कविता लिखकर ये करना आसान है। उन्होंने तो तालियां मार दीं, आप क्या समझ रहे हैं कि ये आपकी सक्सेस है? आपको लग रहा है कि आपने अपनी कला का प्रदर्शन किया है? शेम ऑन यू।’