मिर्ज़ापुर सीज़न 2 के ‘गुडडू भैया’ के किरदार में अली फज़ल नज़र आने वाले हैं। कुछ दिनों पहले रिलीज़ हुए मिर्ज़ापुर 2 का ट्रेलर देखकर फैन्स उनके किरदार की तारीफ़ कर रहे हैं। अली फज़ल ने अपने अलग – अलग तरह के किरदारों से बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में एक खास मुकाम हासिल किया है। हॉलीवुड की फिल्म ‘फ्यूरियस 7′ में भी वो काम कर चुके हैं। इसी साल दिसंबर में उनकी एक और हॉलीवुड फ़िल्म ‘डैथ ऑफ द नाइल’ रिलीज़ होने वाली है। उनकी निजी ज़िंदगी की बात करें तो, अली फज़ल और ऋचा चड्ढा पिछले कुछ सालों से रिलेशनशिप में हैं। दोनों ने इस साल की शुरुआत में शादी करने की घोषणा की थी लेकिन कोरोनावायरस महामारी के कारण उन्हें अपनी शादी टालनी पड़ी थी।

कब कर रहे हैं शादी – अली फजल ने हाल ही में बीबीसी की दिए एक इंटरव्यू में अपनी शादी और मिर्ज़ापुर 2 से जुड़ी बातें की। ऋचा चड्ढा से शादी करने को लेकर उन्होंने कहा कि यह साल बहुत बुरा रहा है सबके लिए, दुनिया थोड़ी खुल जाए पहले। उन्होंने बताया, ‘ये साल निकल जाए किसी तरह, हम सबने बहुत मुश्किलें झेलीं, हम सबने इस साल कुछ अच्छी खबरें नहीं सुनी। हम इंतज़ार कर रहे हैं कि थोड़ी सी दुनिया खुले, थोड़ा सा हमें रहमत मिले। जब लोग थोड़ा सेफ महसूस करेंगे तब हम सेलिब्रेट कर सकते हैं।’

कैसे मिला मिर्ज़ापुर- अली फज़ल का कहना है कि उनके पिछले किरदारों को देखते हुए ही उन्हें गुड्डू भैया के किरदार के लिए चुना गया। उन्होंने इंटरव्यू में आगे बताया, ‘एक – दो लोग थे जिन्होंने मेरे नाम को इस किरदार के लिए सजेस्ट किया। हमारी इमेज के हिसाब से ही हमें रोल भी मिलते हैं। मैंने अपने करियर में पहले जो किरदार निभाए हैं उन्हीं को देखते हुए मुझे यह रोल मिला। इस रोल में मुझे लगा कि मैं कुछ अलग कर सकता हूं, क्योंकि मैंने उधर की दुनिया देखी है। मेरे दिमाग में गुड्डू की एक इमेज थी, और बड़ा अच्छा लगा कि किसी ने यह समझा कि मैं उस किरदार के लिए परफेक्ट हूं।’

 

मामाओं के नाम भी गुड्डू बब्लू- अली फज़ल ने बताया कि उनके दो मामाओं के बचपन का नाम ‘गुड्डू’ और ‘बब्लू’ था और उनके कुछ मैनर्स भी मिर्ज़ापुर के गुड्डू और बब्लू से मिलते हैं। उन्होंने कहा, ‘ गुड्डू के किरदार के लिए कुछ बारीकियां मैंने अपने मामुओं से उठाएं। मेरे दो मामा हैं और अजीब बात है कि उन दोनों के नाम भी गुड्डू और बब्लू थे बचपन में। उनके कुछ गुण भी मिलते थे किरदारों से। जब मैं कैरेक्टर बनाने  लगा तो मेरा रुझान उन दोनों की तरफ़ ही गया।’