बॉलीवुड की दिवंगत एक्ट्रेस मीना कुमारी की आज बर्थ एनिवर्सरी है। वह फिल्म इंडस्ट्री में ट्रैजेडी क्वीन के नाम से जानी जाती थीं। मीना कुमारी का जन्म 1 अगस्त 1932 को मुंबई में हुआ था। मीना के पिता अली बख्स पारसी रंगमंच के कलाकार थे, वहीं उनकी मां बंगाली थियेटर की मशहूर एक्ट्रेस और डांसर थीं। मीना कुमारी अपने पिता की दूसरी बेटी थीं, लेकिन उनके जन्म से अली बख्स ज्यादा खुश नहीं थे। इसके पीछे एक किस्सा है, जो कि हम आपको आगे बताएंगे, लेकिन पहले ट्रेजडी क्वीन के नाम से मशहूर मीना कुमारी की 89वीं बर्थ एनिवर्सरी पर उनसे जुड़े तमाम किस्से जान लीजिए।

अनाथ आश्रम में छोड़ आए थे पिता

मीना कुमारी एक गरीब घर में पैदा हुई थीं। कहा जाता है कि उनके पिता की आर्थिक हालत इतनी खराब थी कि मीना कुमारी के जन्म के वक्त उनके पास अस्पताल में डिलीवरी के भी पैसे नहीं थे। घर में पहले से दो बेटियां होने के बाद जब मीना पैदा हुईं तो उनके पिता ने उन्हें एक मुस्लिम अनाथ आश्रम के बाहर छोड़ दिया था। लेकिन बाद में वे उन्हें वापस ले आएं।

मीना कुमारी को रियल लाइफ में वह 6 नामों से जानी जाती थीं। मीना कुमारी का जब जन्म हुआ तो पिता अलीबख्श और मां इकबाल बानो ने उनका नाम रखा ‘माहजबीं’ रखा था। बचपन के दिनों में मीना कुमारी की आंखें बहुत छोटी थी इसलिये परिवार वाले उन्हें ‘चीनी’ कहकर पुकारा करते थे। ऐसा इसलिये कि चीनी लोगों की आंखे छोटी हुआ करती है।

4 साल की उम्र में की थी एक्टिंग की शुरूआत

मीना कुमारी ने महज 4 साल की उम्र में ही एक्टिंग की दुनिया में कदम रख दिया था। बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट उनकी पहली फिल्म ‘लेदरफेस’ थी, जो कि सन् 1939 में रिलीज हुई थी। कहते हैं कि पहले दिन इस फिल्म के लिए मीना कुमारी को फीस के रूप में 25 रुपये मिले थे। मीना ने बताया था कि वो एक्ट्रेस नहीं बनना चाहती थीं, लेकिन परिस्थितियों के कारण उन्हें ये करियर चुनना पड़ा। एक्ट्रेस ने कहा था कि मैं व्यक्तिगत रूप से स्कूल जाना और पढ़ना चाहती थी, डॉक्टर या वकील या कुछ और बनना चाहती थी लेकिन परिस्थितियों ने मुझे एक फिल्म अभिनेत्री बना दिया।

पत्थरों के साथ लिपटकर सोती थीं एक्ट्रेस

लाखों दिलों पर राज करने वाली एक्ट्रेस मीना कुमारी की शादी कमाल अमरोही से हुई थी। कहते हैं कि कमाल मीना के लिए काफी पोजेसिव रहते थे। जिसकी वजह से मीना परेशान हो गई थीं। कमाल अमरोही और मीना का रिश्ता खराब होने लगा और आखिरकार दोनों अलग हो गए। एक्ट्रेस अपने जीवन में इतनी अकेली हो गई थीं कि शराब का सहारा लेने लगी। मीना कुमारी पत्थर बटोर कर अपने पास रख लेतीं। रात में अपने बिस्तर पर पत्थरों के साथ सोती और उनसे बात किया करती थीं। जब उनसे पूछा गया कि पत्थरों से इतना लगाव क्यों? तो कहती हैं कि ये पत्थर इतने अच्छे हैं कि खामोश रहते हैं जब मैं हंसती हूं तो हंसते हैं तब मैं रोती हूं तो रोते हैं। जब मैं इन्हें डांटती हूं तो खामोश रहते हैं। ज्यादा शराब पीने के कारण लीवर सिरोसिस की बीमारी हो गई और 31 मार्च 1972 को मीना ने दुनिया को अलविदा कह दिया।