मशहूर गीतकार मनोज मुंतशिर पर एक अंग्रेजी कविता को हिंदी में अपने नाम से छपवाने के बाद ‘केसरी’ फिल्म के गाने ‘तेरी मिट्टी में मिल जावां’ को भी कॉपी करने का आरोप लग रहा है। आरोप लगाया जा रहा है कि यह गाना साल 2005 में ही पाकिस्तान में आया था। मुंतशिर ने वहीं से इसे कॉपी किया है। इन आरोपों के बीच गीतकार ने सफाई दी है और कहा है कि अगर कोई यह साबित कर दे कि उन्होंने गाना चुराया है तो लिखना छोड़ देंगे।

इस कॉन्ट्रोवर्सी पर मनोज मुंतशिर ने ट्विटर पर रिएक्ट करते हुए कहा था- ‘200 पन्नों की किताब और 400 फ़िल्मी- ग़ैर फ़िल्मी गाने मिलाकर सिर्फ़ 4 लाइनें ढूंढ पाए? इतना आलस? और लाइनें ढूंढो, मेरी भी और बाक़ी राइटर्स की भी। फिर एक साथ फ़ुरसत से जवाब दूंगा।!’

मनोज मुंतशिर ने गुरुवार को फिर एक पोस्ट किया जिसमें उन्होंने कहा- ‘आज थोड़ी फ़ुरसत है, सारे जवाब दूगा, तैयार रहिए!’ मनोज मुंतशिर ने इसी के साथ ही एक और पोस्ट शेयर किया और लिखा- ‘तो चलिए, तेरी मिट्टी से शुरू करते हैं!’ मनोज ने एक स्क्रीन शॉट शेयर किय़ा जिसमें उनके द्वारा कहा गया था कि तेरी मिट्टी गाना अगर कोई साबित कर दे कि इस गाने को कहीं से चुराया गया है, तो मैं लिखना छोड़ दूंगा।

बता दें, बॉलीवुड के जाने माने गीतकार मनोज मुंतशिर की एक कविता ‘मुझे कॉल करना’ को लेकर ये विवाद हुआ है। साल 2018 में मनोज मुंतशिर की आई किताब ‘मेरी फितरत है मस्ताना’ में इसे छापा गया था। इस कविता पर जब लोगों का ध्यान गया चो मनोज मुंतशिर पर आरोप लगे कि उनकी ये कविता ऑरिजनल नहीं है। कहा गया कि मनोज ने 2007 में आई रॉबर्ट जे लेवरी की बुक लव लॉस्ट: लव फाउंड ( Love lost: Love found) की कविता ‘कॉल मी’ (call me) उन्होंने हिंदी में अनुवाद कर इसे अपनी किताब में छाप दिया।

मनोज मुंतशिर ने आजतक को दिए इंटरव्यू में भी कहा कि उनकी हर कविता हर गीत के बारे में यही बात कही जा रही है। गीतकार ने कहा- मेरी कोई भी रचना ओरिजनल नहीं है यही कहा जा रहा है, क्योंकि भारतवर्ष में सिर्फ दो ही मौलिक रचनाएं हैं वाल्मीकि की रामायण और वेद व्यास की महाभारत। इसके अलावा जो कुछ भी लिखा गया है वह सब घूम-फिर के इन्हीं दो महाग्रंथों से प्रेरित है।’