एक्टर मनोज बाजपेयी ने फिल्म ‘जोरम’ के लिए बेस्ट एक्टर अवॉर्ड जीता है। डरबन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2023 में इस फिल्म ने दो अवॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं। देवाशीष मखीजा द्वारा निर्देशित, ये मनोवैज्ञानिक थ्रिलर एक ऐसे इंसान की कहानी है, जो अपनी बेटी को बचाने के लिए भाग रहा है। झारखंड पर आधारित यह फिल्म सामाजिक असमानताओं, आदिवासी समुदायों के साथ अन्याय और जंगलों की कटाई जैसे मुद्दों के बारे में है।
फिल्म के प्रोडक्शन हाउस ने इंस्टाग्राम पर फिल्म के नाम दो अवॉर्ड होने की खुशी जाहिर करते हुए लिखा है, “जोरम ने प्रतिष्ठित @durbaninternationalfilmfest में शीर्ष दो पुरस्कारों के साथ चमक बिखेरी, जिसमें अत्यंत प्रतिभाशाली @bajpayee.manoj ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार जीता और @PiyushPuty ने सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफी का पुरस्कार जीता।”
जोरम, जो पहले 52वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव रॉटरडैम (आईएफएफआर) में भी नॉमिनेट हो चुकी है, और एनएफडीसी के फिल्म बाजार का हिस्सा भी रही। फिल्म को बेस्ट सिनेमैटोग्राफी के लिए भी पुरस्कार दिया गया है।
इस फिल्म में अपने किरदार की बात करते हुए मनोज बाजपेयी ने कहा था, “फिल्म जोरम अपने अतीत और वर्तमान के बीच फंसे एक आदमी की दिलचस्प कहानी है। मुझे पेचीदा किरदार डार्सू का किरदार निभाना बहुत पसंद आया, जिसके अतीत और वर्तमान में काफी अंतर है। बाहर से वह एक साधारण आदमी की तरह दिखता है जिस पर लोगों का ध्यान भी नहीं जाता, लेकिन वह किसी भी तरह से आम आदमी नहीं है। ऐसे प्रभावशाली पात्रों के साथ एक शानदार कहानी। ज़ी स्टूडियोज़ और देवाशीष मखीजा के साथ काम करना हमेशा सुखद रहा है।”
देवाशीष मखीजा ने भी फिल्म में मनोज बाजपेयी की एक्टिंग की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा, “मनोज बाजपेयी के प्रदर्शन ने सुनिश्चित की सीने में गांठें; जैसा कि बाकी कलाकारों का सशक्त प्रदर्शन है। निर्देशक ने कहा, हम इस फिल्म को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिल रही मान्यता से रोमांचित हैं और ‘डरबन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल’ में प्रतिस्पर्धा में शामिल होने के लिए वास्तव में उत्साहित हैं।