फिल्म ‘पानीपत’ को लेकर दिन पर दिन विवाद बढ़ते ही जा रहे हैं। बता दें कि मध्य प्रदेश के विधि एवं विधायी मंत्री पी सी शर्मा ने गुरुवार (12 दिसंबर) को कहा कि जाट महाराजा सूरजमल के चरित्र को फिल्म ‘पानीपत’ में गलत ढंग से दिखाया गया है। इसको लेकर जाट समाज के लोग विरोध कर रहे हैं और फिल्म के बैन करने की मांग कर रहे हैं। इस पर मंत्री ने बयान देते हुए कहा कि वे भी उनके विरोध प्रदर्शन में उनके साथ है। बता दें कि 08 दिसंबर को फिल्म रिलीज हो गई है लेकिन इसको लेकर विवाद अभी भी कायम है।
शर्मा ने क्या कहाः मामले में मंत्री पी सी शर्मा ने बताया, ‘महाराजा सूरजमल के चरित्र को गलत ढंग से चित्रित करने वाली फिल्म पानीपत का प्रदर्शन प्रतिबंधित करने की मांग पर मैं जाट समाज के साथ हूं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं इसे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की जानकारी में लाऊंगा और उसके बाद प्रदेश में इस पर उचित कानूनी कार्रवाई करूंगा।’ बता दें कि फिल्म को लेकर कई राज्यों में विवाद और विरोध जारी है।
महाराजा सूरजमल को जाट समाज का बताया गौरवः शर्मा ने बताया कि इतिहास पुरूष महाराजा सूरजमल की वीरता, शौर्य और पराक्रम से सभी परिचित हैं। महाराजा सूरजमल जाट समाज के गौरव हैं। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक फिल्मों के निर्माताओं को फिल्म निर्माण करते समय ध्यान रखना चाहिए कि ऐतिहासिक सत्यता के साथ किसी प्रकार की छेड़छाड़ न हो। ऐसे में फिल्म निर्माताओं के और से कोई बयान सामने नहीं आया है।
जाट समाज ने शर्मा से बैन की थी मांगः एक दिन पहले जाट समाज के नागरिकों के प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री शर्मा को मेमोरंडम सौंप कर पानीपत फिल्म पर बैन लगाने की मांग की थी। मेमोरंडम पर शर्मा ने कार्यवाही करने के लिए आश्वस्त भी दिया था। इस दौरान शर्मा को मेमोरंडम देने वालों में अखिल भारतीय जाट महासभा के पदाधिकारी एवं गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।