दिवंगत पंडित जसराज की पत्नी और फिल्म निर्माता डॉ. वी. शांताराम की बेटी मधुरा पंडित जसराज का निधन हो गया है। 25 सितंबर, 2024 की सुबह उन्होंने 86 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। बताया जा रहा है कि उम्र संबंधी बीमारी के कारण उनका निधन हुआ। उन्होंने अपने पति पंडित जसराज के साथ कई डॉक्टूमेंट्री और नाटकों का निर्देशन किया था। इसके साथ ही उन्होंने अपने पति की बायोग्राफी भी लिखी थी। मधुरा का अंतिम संस्कार ओशिवारा श्मशान घाट में किया जाएगा।
मधुरा पंडित जसराज के दो बच्चे हैं दुर्गा जसराज और शारंग देव। उनकी बेटी दुर्गा ने मां के निधन की खबर की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मधुरा की तबीयत कुछ महीनों से खराब चल रही थी।
उनकी अंतिम यात्रा उनके घर शिव-करण बिल्डिंग, फिशरीज यूनिवर्सिटी रोड, ऑफ यारी रोड, अंधेरी (पश्चिम) से दोपहर 3:30-4 बजे के बीच निकलेगी और अंतिम संस्कार शाम 4-4:30 बजे के बीच ओशिवारा श्मशान में किया जाएगा।
मधुरा ने कुछ किताबे लिखी हैं, जिनमें वी शांताराम: द मैन हू चेंज्ड इंडियन सिनेमा और 550 पेज की मराठी जीवनी शांताराम शामिल हैं। बाद में, वह एक निर्देशक भी बनीं और उन्होंने अपनी पहली फिल्म ‘आई तुझ आशीर्वाद’ का निर्देशन किया। वह 73 साल की उम्र में बतौर निर्देशक डेब्यू करने वाली पहली निर्देशक बनीं। उनकी फिल्म 2010 में रिलीज हुई थी।
मधुरा और पंडित जसराज 1962 में शादी के बंधन में बंधे थे। टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ एक इंटरव्यू में, पंडित जसराज ने मधुरा के साथ अपनी पहली मुलाकात के बारे में बात की थी। जो 6 मार्च, 1954 को एक संगीत कार्यक्रम में हुई थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें उनसे बात करने को कहा गया था क्योंकि इससे वो मधुरा के पिता डॉ. वी. शांताराम मिल सकते थे। जो उस समय फिल्म ‘झनक झनक पायल बाजे’ बना रहे थे। पंडित जसराज का अगस्त 2020 में कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया था।