शो कुंडली भाग्य में इस वक्त माहिरा अकेली सड़ रही है। प्रीता और करण को वह साथ देख कर खुश नहीं है। वह करण से प्यार नहीं प्रीता े नफरत करती है, इसलिए उसे हराना चाहती है। लेकिन प्रीता भी किसी से कम नहीं है, वह अपने पति और परिवार को बुरी नजर से बचाने की हर संभव कोशिश कर रही है। अब करण प्रीता की साइड है। लेकिन माहिरा को करण बहुत अच्छा दोस्त मानता है।

प्रीता करण का दिल और विश्वास दोनों जीत चुकी है लेकिन उसे माहिरा की सच्चाई का अंदाजा भी नहीं है। ऐसे में अब प्रीता चाहती है कि माहिरा का सच सबके सामने आए। माहिरा ने जैसे तैसे लूथरा हाउस में बहू के रूप में एंट्री पा ली है। लेकिन करण ने उसे सिर्फ अच्छा दोस्त कहा है और यही बात वह प्रीता को अकेले में बेडरूम में समझा रहा होता है। इधर, माहिरा छुपकर दोनों की बातें सुन रही होती है। करण प्रीता को समझा रहा होता है कि वह प्रीता को दुखी नहीं देख सकता।

उसने माहिरा को दोस्त के नाते घर में जगह दी है। वहीं प्रीता कऱण से कहती है कि वह इस घर की बहू नहीं है फिर भी वह घऱ के अंदर आ गई वह भी गृह प्रवेश रिवाज के साथ..इस पर करण कहता है कि वह विश्वास करे करण प्रीता के साथ ही है।

इसी के साथ हा करण प्रीता एक दूसरे से गहरी और दिल की बातें करने लगते हैं। माहिरा चौखट पार खड़ी होकर सब सुन रही होती है। ये सुनते वह किलस जाती है और पैर पटक कर अपने कमरे में आ जाती है। वह सोचती है कि करण उसके हाथों से ऐसे नहीं जा सकता, उसने लूथरा फैमिली में घुसने के लिए बड़ी मेहनत की है। ये मेहनत वह ऐसे ही खराब नहीं होने देगी। करण प्रीता को वह अलग करके ही रहेगी।